भारतीय इंजीनियर्स और पेशेवरों के लिए आज अमेरिका से बड़ी खबर आ सकती है। अगर आज अमेरिकी संसद में ग्रीन कार्ड बिल पास हो गया तो लाखों भारतीय पेशेवरों और इंजीनियर्स को अमेरिका की स्थायी नागरिकता और काम मिलने का रास्ता साफ हो जाएगा। इस बिल के पारित होने से ग्रीन कार्ड जारी करने की लिमिट समाप्त हो जाएगी।

आज दिन भारतीय इंजीनियर्स और पेशेवरों के लिए खुशखबरी लाने वाला हो सकता है। अमेरिकी संसद में आज ग्रीन कार्ड बिल पेश किया जाएगा। इस बिल को मंजूरी मिलने के बाद हालांकि विश्व के कई देशों के पेशेवरों को फायदा होगा, लेकिन इसमें सबसे ज्यादा भारतीयों को होगा। जो अमेरिका में नौकरी कर रहे हैं।

अमेरिकी संसद हाउस ऑफ रिप्रेंजेटिव में आज ग्रीन कार्ड बिल को लेकर मतदान होना है। हालांकि इस बिल के पक्ष में वहां के 310 से ज्यादा सांसद हैं। इन सांसदों में रिपब्लिकन और डेमोक्रेटिक पार्टी के सांसद हैं जो इस बिल का समर्थन कर रहे हैं। असल में अमेरिका में ग्रीन कार्ड धारकों की संख्या सीमित होने के नियम के कारण भारत और चीन जैसे देशों के पेशवरों को अमेरिका की स्थायी नागरिकता नहीं मिल पाती है।

जबकि हर साल हजारों की संख्या में लोग नौकरी और उज्जवल भविष्य के लिए अमेरिका की तरफ रूख करते हैं। जबकि अन्य देशों के नागरिकों को वहां पर आसानी से अमेरिका की स्थायी नागरिकता मिल जाती है। लिहाजा ऐसा कहा जा रहा है कि अगर ये बिल आज पारित हो जाता है तो इससे सबसे ज्यादा फायदा भारत को होगा।

क्योंकि इस बिल के पारित हो जाने के बाद वहां पर ग्रीन कार्ड की संख्या पर लगी लिमिट खत्म हो जाएगी। यही नहीं अमेरिका की आईटी उद्योग में सबसे ज्यादा भारतीय ही काम कर रहे हैं और इस बिल के पास होने से नौकरी और स्थायी नागरिकता का रास्ता साफ हो जाएगा।

जानकारों का कहना है कि इस बिल के पारित होने और फिर उसके बाद इसके कानून बन जाने के बाद भारतीयों को ग्रीन कार्ड के साथ-साथ एच-बी वन वीजा भी ज्यादा संख्या मिलेगा। आंकड़ों के मुताबिक पिछले साल अप्रैल तक अमेरिकी आईटी क्षेत्र में तीन लाख से ज्यादा पेशवर ग्रीन कार्ड का इंतजार कर रहे थे।

नियमों के मुताबिक हर साल हर देश के लिए अमेरिका 7 फीसदी ग्रीन कार्ड जारी करता है। लेकिन इस बिल के पारित हो जाने के बाद यह सीमा खत्म हो जाएगी। ग्रीन कार्ड धारकों को अमेरिका अपने देश में स्थायी तौर पर बसने और काम करने की इजाजत देता है।