नई दिल्ली। भारतीय वायुसेना आज और ज्यादा बाहुबली बनेगी क्योंकि आज फ्रांस से तीन और राफेल भारत पहुंचेगे।  हालांकि इससे पहले पांच विमानों की खेप भारत आ चुकी है। जानकारी के मुताबिक नवंबर के बाद अगले साल तीन जनवरी में फिर मार्च में तीन और अप्रैल में सात राफेल लड़ाकू विमान देश की वायुसेना में शामिल हो जाएंगे और इसके बाद देश में कुल राफेल विमानों की संख्या 21 हो जाएगी। भारत की हवाई ताकत बढ़ने के बाद  पाकिस्तान और चीन डरे हुए हैं। क्योंकि राफेल दुनिया का सबसे उन्नत  विमान है और जो चीन और पाकिस्तान के हवाई बेड़े को आसानी से मात दे सकता है।

फिलहाल भारत और चीन के बीच  सीमा विवाद के बीच भारतीय वायु सेना की ताकत में इजाफा हो रहा है और राफेल जैसे शक्तिशाली लड़ाकू विमान वायुसेना के बेड़े में  शामिल हो रहे हैं। इससे साफ होता है कि भारत अपनी सैन्य ताकत बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है.। जानकारी के मुताबिक भारत की जमीन पर बाहुबली राफेल की खेप भारत पहुंचेगी। क्योंकि फ्रांस से 59 हजार करोड़ के सौदे के तहत 36 राफेल विमानों का देश की वायुसेना में शामिल होना है। अभी तक पांच राफेल देश को मिल चुके हैं। वहीं आज आने वाले तीन विमानों के बाद इनकी संख्या आठ हो जाएगी। वहीं जानकारी के मुताबिक इस खेप के बाद अगले साल तीन जनवरी फिर से राफेल की खेप भारत पहुंचेगी और इसके बाद मार्च में तीन और अप्रैल में सात राफेल लड़ाकू विमान भारत को मिलेंगे और वायुसेना में शामिल होंगे।

इसके बाद वायुसेना के बेड़े में कुल राफेल विमानों की संख्या 21 हो जाएगी। इसमें से 18 लड़ाकू विमान गोल्डन एरो स्क्वाड्रन में शामिल होंगे। इसके साथ ही तीन लड़ाकू विमानों को पूर्वी मोर्चे पर उत्तर बंगाल के अलीपुरद्वार में हाशिमारा एयरबेस पर भेजा जा सकता है। असल में राफेल विमान स्कैल्प एयर-टू-ग्राउंड क्रूज मिसाइलों लैस है और इसके साथ ही माइका और मेटर एयर-टू-एयर मिसाइलों से लैस है। जो दुश्मनों का नाश  कर सकता है।