आज कैबिनेट की बैठक में घाटी को लेकर बड़ा फैसला होने की उम्मीद की जा रही है। आमतौर पर कैबिनेट की बैठक बुधवार को होती है। लेकिन केन्द्र सरकार द्वारा आज अचानक बुलाई गयी बैठक को लेकर अफवाहों का दौर तेजी से चल रहा है। संसद का सत्र चल रहा है और ऐसे में आज कश्मीर को लेकर विपक्षी दलों द्वारा हंगामें के आसार हैं।
नई दिल्ली/श्रीनगर। जम्मू कश्मीर के हालात के मद्देनजर आज केन्द्र सरकार कोई अहम फैसला ले सकती है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अगुआई में आज सुबह 9:30 बजे कैबिनेट की बैठक हो रही है। जिसमें घाटी को लेकर कोई बड़ा फैसला केन्द्र सरकार कर सकती है।
रविवार को दिल्ली से लेकर श्रीनगर तक बैठकों का दौर चलता रहा। वहीं आज केन्द्र सरकार संसद में भी कश्मीर के हालात पर बयान दे सकती है। हालांकि ये कहा जा रहा है कि संसद का सत्र खत्म होने के बाद केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह एक बार फिर घाटी के दौरे पर जाएंगे।
आज कैबिनेट की बैठक में घाटी को लेकर बड़ा फैसला होने की उम्मीद की जा रही है। आमतौर पर कैबिनेट की बैठक बुधवार को होती है। लेकिन केन्द्र सरकार द्वारा आज अचानक बुलाई गयी बैठक को लेकर अफवाहों का दौर तेजी से चल रहा है।
संसद का सत्र चल रहा है और ऐसे में आज कश्मीर को लेकर विपक्षी दलों द्वारा हंगामें के आसार हैं। पीएम की अगुवाई में कैबिनेट की बैठक आज सुबह 9:30 बजे पीएम आवास पर होगी। जिसके बारे में कहा जा रहा है कि केन्द्र सरकार पिछले चार दिनों से घाटी में उभरे हालात को लेकर कोई बड़ा फैसला कर सकती है।
रविवार को ही केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह की टॉप नौकरशाहों के साथ बैठक हुई। उनकी बैठक में एनएसए अजीत डोवल के साथ ही केन्द्रीय गृहसचिव राजीव गाबा भी मौजूद थे। इसके बाद अमित शाह ने जम्मू कश्मीर डिवीजन के एडिशनल सेक्रेटरी के साथ भी मुलाकात की।
फिलहाल आधी रात को राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती को भी नजरबंद कर दिया गया। वहीं शहजाद लोन को भी नजर बंद किया गया है। राज्य के हालात को देखते हुए इंटरनेट सेवों को बंद कर दिया गया है। वहीं अफसरों क सेटेलाइट फोन दिए जा रहे हैं। इसके साथ ही राज्य के स्कूलों को भी बंद कर दिया गया है और स्कूलों में चल रही परीक्षाओं को स्थगित कर दिया गया है।
छावनी में तब्दील हो गयी है कश्मीर घाटी
पूरे राज्य में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए है। कश्मीर में जाने और आने वाले रास्तों को अर्धसैनिक बलों ने अपने हाथ में ले लिया है। राज्य में इंटरनेट सेवाएं बंद होने के बाद सेना, पुलिस और प्रशासन के अफसरों को सेटेलाइट फोन दिए जा रहे हैं। कश्मीर की चोटियों तक चप्पे-चप्पे पर नजर रखी जा रही है। वहीं अलगाववादियों का गढ़ कह जाने वाले श्रीनगर और कश्मीर को छावनी में तब्दील कर दिया गया है।
Last Updated Aug 5, 2019, 7:04 AM IST