नई दिल्ली। देश की सुरक्षा के लिए फ्रांस से आयात किया गया महाबली फाइटर जेट रफाल आज पूरी औपचारिकताओं के साथ भारतीय वायुसेना में शामिल किया जाएगा। हालांकि रफाल पिछले महीने ही देश की जमीन पर कदम रख चुका है। लेकिन अब रफाल 17वें स्क्वाड्रन, "गोल्डन ऐरो" का हिस्सा बनेगा। बताया जा रहा है कि आज पारंपरिक रूप से आयोजित 'सर्व धर्म पूजा' के साथक रफाल का राजतिलक किया जाएगा और इस कार्यक्रम में फ्रांस की रक्षा मंत्री पार्ली भी शालि होंगी।

फिलहाल रफाल के राजतिलक की तैयारी पूरी हो चुकी हैं और इसके इंडक्शन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर फ्रांस की रक्षा मंत्री फलोरेंस पार्ले और भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह होंगे। वहीं इस मौके पर सीडीएस जनरल विपिन रावत और वायु सेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया शामिल होंगे। फिलहाल आज होने वाले कार्यक्रम के मद्देनजर अंबाला एयरफोर्स स्टेशन के अलावा कैंट इलाके में आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई है। यहां पर सैन्य टीमें गश्त कर रही हैं और सेना की हथियारबंद टुकड़ियां बाजारों और वहां के मुख्य मार्गों पर नजर रख रही हैं।  वहीं यहां पर आने जाने वाले पर नजर रखी जा रही है। फिलहाल भारत को राफेल की ताकत मिलने के बाद भारत के दुश्मनों के होश उड़े हुए हैं।

राफेल 4.5 जेनरेशन का लड़ाकू विमान है और भारत और फ्रांस के बीच हुए समझौते के मुताबिक 2022 तक भारत को 36 राफेल जेट मिल जाएंगे और 18 राफेल जेट अंबाला एयरबेस में रखा जाएगा। जबकि 18 विमान पूर्वोत्तर के हाशीमारा में तैनात किए जाने की योजना है। वहीं माना जा रहा है कि रफाल के आने के बाद चीन को एक और बड़ा झटका लगा है। वह भारत के खिलाफ सीमा पर लगातार साजिश कर रहा है। जबकि उसका प्यादा पाकिस्तान भी भारत के खिलाफ सीमा पर करहतें कर रहा है। लिहाजा माना जा रहा है कि भारत सरकार जम्मू-कशमीर के किश्तवाड़ जिले में भी लड़ाकू विमान उतार सकती है। वहीं सोमवार को पहली बार लड़ाकू अपाचे हेलीकॉप्टर की लैंडिंग किस्तवाड़ में कराई गई थी।