लोकसभा चुनावों का परिणाम आए एक सप्ताह से ज्यादा समय बीत चुका है। लेकिन बंगाल में सियासी हिंसा का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा। बंगाल के पुरुलिया में तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं पर एक व्यक्ति को पीट-पीटकर लहुलुहान करने का आरोप लगा है। इस शख्स का दोष इतना था कि उसने पारबैड गांव में भाजपा की विजय यात्रा के लिए अपनी गाड़ी उपलब्ध कराई थी। यह इलाका पुरुलिया जिले के केंदा पुलिस स्टोशन के तहत आता है। 

पीड़ित शख्स की पहचान बलराम महतो के तौर पर हुई है। इस घटना के बाद स्थानीय लोगों के बीच तनाव पैदा हो गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, महतो ने भाजपा के विजय जुलूस के दौरान स्पीकर ले जाने के लिए अपनी गाड़ी दी थी। गांव में भाजपा की विजय रैली रविवार को निकाली गई। 

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आरोप है कि स्थानीय टीएसमी कार्यकर्ताओं ने माहतो की लाठी-डंडों और लोहे की रॉड से पिटाई की। उसकी पत्नी और बेटे के साथ भी मारपीट की गई। पीड़ित को पुरुलिया के सरकारी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में भर्ती कराया गया है। 

इस हमले का आरोप स्थानीय टीएमसी समर्थक मटोर गोराई पर लगा है। बलराम कुछ समय पहले तक टीएमसी का समर्थक हुआ करता था लेकिन हाल ही में वह भाजपा के साथ जुड़ गया। 

लोकसभा चुनाव के दौरान पुरुलिया में हिंसा की काफी घटनाएं सामने आईं। यहां भाजपा के एक सक्रिय कार्यकर्ता का शव रहस्यमयी परिस्थितियों में पेड़ से लटकता मिला था।