नई दिल्ली। आर्थिक तौर पर कमजोर हो चुके पाकिस्तान में लोगों को रोटी के भी लाले पड़े हैं। पाकिस्तान में आटे की कीमत में जबरदस्त इजाफा हो रहा है। जिसके कारण आटा आम लोगों को नहीं मिल पा रहा है और वह चावल पर ही निर्भर है। हालांकि पाकिस्तान की इमरान सरकार ने गेहूं का आयात करने का फैसला किया है। लेकिन पाकिस्तान ने गेहूं निर्यात पर प्रतिबंध लगाने के बाद भी इसका निर्यात किया था। जिसका असर अब पाकिस्तान में देखा जा रहा है।

पाकिस्तान में आटे के दाम में आग लगी हुई है। पाकिस्तान के बलूचिस्तान, खैबर पख्तूनख्वाह और पंजाब में गेहूं की जबरदस्त कमी हुई है। यहां पर नान बनाने वाली दुकानों में ताला पड़ना शुरू हो गया है। पाकिस्तान में नान बनाने वालों को नानबाई कहा जाता है। फिलहाल पाकिस्तानी जनता का कहना है कि पाकिस्तान में इमरान खान के सत्ता में आने के बाद से आटे की कीमत में 20 रुपये तक का इजाफा हुआ है।

हालांकि पाकिस्तान की इमरान खान सरकार ने गेहूं को आयात करने का आदेश दिया है। लेकिन ये आयातित गेहूं पाकिस्तान पहुंचने में एक महीने का  वक्त लग जाएगा। हालांकि पाकिस्तान सरकार ने गेहूं आयात करने के लिए कारोबारियों को इस बात की छूट दी है कि वह गेहूं किसी भी देश से आयात कर सकते हैं। क्योंकि पाकिस्तान ने भारत से व्यापारिक संबंध तोड़ दिए हैं। जिसके बाद पाकिस्तान भारत से कुछ भी आयात नहीं कर रहा है।

कुछ महीने पहले ही पाकिस्तान के रेल मंत्री और इमरान खान के करीबी  नेता रशीद शेख ने कहा था कि पाकिस्तान के पास ढाई-ढाई सौ ग्राम के परमाणु बम हैं। लेकिन हकीकत ये है कि पाकिस्तान के पास खाने को रोटी नहीं है। फिलहाल पाकिस्तान खुद को आईएमएफ की ग्रे लिस्ट से बाहर निकालने के लिए अमेरिका से अपील कर चुका है। वहीं अगला महीना उसके लिए काफी अहम हो सकता है।

75 रुपये प्रति किलोग्राम पहुंच चुकी है आटे की कीमत

पाकिस्तान के लाहौर, कराची समेत कई शहरों में आटे की कीमत 70 से 75 रुपये तक पहुंच चुकी है। इमरान खान के सत्ता में आने के बाद महज एक साल में पाकिस्तान में आटा 20 रु प्रति किलोग्राम तक महंगा हो चुका है। उधर इमरान खान के विरोधी और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो ने आरोप लगाया है कि आटे की किल्लत होने के बावजूद पाकिस्तान सरकार ने 40 हजार टन गेहूं अफगानिस्तान भेज दिया है, जिसके कारण देश के हालत खराब हुई हैं। फिलहाल पाकिस्तानमें महंगाई दर 12.63 फीसदी पहुंच चुकी है।