हरियाणा पुलिस को उस समय बड़ी सफलता हाथ लगी, जब रेवाड़ी गैंगरेप के दो आरोपियों को उसने महेंद्रगढ़ के सतनाली से गिरफ्तार कर लिया। इन्हें शनिवार की देर रात गिरफ्तार किया गया था। लेकिन रविवार सुबह इन्हें गिरफ्तार किए जाने की पुष्टि हुई। इन दोनों आरोपियों का नाम पंकज और मनीष है। इसमें से पंकज सेना का जवान है। 

 

 

गिरफ्तार किए गए दोनो आरोपी पंकज और मनीष महेन्द्रगढ़ में मनीष की बहन के यहां रुके हुए थे। 12 सितंबर को वारदात को अंजाम देने के बाद यह दोनों राजस्थान चले गए थे। उसके बाद ट्रेन में ही इधर से उधर घूमते रहे। इन दोनों की फरारी की वजह से पुलिस की बहुत फजीहत हो रही थी। उसने सुराग देने वालों के लिए एक लाख रुपए का ईनाम भी रखा था।   

इस मामले में मास्टरमाइंड की भूमिका निभाने वाली निशू पहले ही पुलिस की गिरफ्त में आ चुका है। जो कि पीड़िता का पड़ोसी है। उसने ही यह पूरी साजिश रची थी। 

इन सभी ने 12 सितंबर को एक मेधावी छात्रा से साथ आरोपियों ने गैंगरेप किया था। उसे नशीली दवाएं भी दी गई थीं। इस जघन्य कांड में कई लोग शामिल थे। पीड़िता को नशे की दवा देकर एक ट्यूबवेल पर ले जाया गया, जहां आठ घंटे तक उसे बंदी बनाकर सामूहिक बलात्कार का निशाना बनाया गया। 

इस केस में दो अन्य आरोपियों डॉक्टर संजीव और ट्यूबवेल मालिक दीन दयाल को भी पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। मामले के मास्टरमाइंड निशू समेत इन तीनों को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है।