राजस्थान में लोकसभा के चुनाव में विवादित दो पूर्व नौकरशाह भी किस्मत आजमा रहे हैं। इनमें एक नौकरशाह को सरकार ने बगैर पहली पत्नी को तलाक दिए दूसरी शादी करने के लिए बर्खास्त किया है तो दूसरे ने कभी धर्म परिवर्तन कर मुख्य सचिव बनने के लिए दबाव बनाया। अब दोनों नौकरशाह बीएसपी के टिकट पर अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। कुछ दिन पहले ही दो पत्नियों के मामले में बर्खास्त हुए पूर्व आईपीएस अफसर पंकज चौधरी और उनकी पत्नी भी बीएसपी की टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ रही हैं।

कभी राज्य में मुख्य सचिव के स्तर अफसरों में शुमार उमराव सालोदिया जयपुर शहर से बीएसपी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। सालोदिया राज्य की पूर्व वसुंधरा राजे सरकार के दौरान अपर मुख्य सचिव के पद पर थे और उनके बाद उन्हें सरकार ने ने मुख्य सचिव नहीं बनाया तो वह नाराज हो गए। उन्होंने सरकार पर आरोप लगाया कि दलित होने के कारण राज्य सरकार ने उन्हें मुख्य सचिव नियुक्त नहीं किया।

लिहाजा वह अब धर्म परिवर्तन करने जा रहे हैं। इस मामले में सालोदिया ने सुर्खियां बटोरी. हालांकि बाद में उन्होंने इस्लाम धर्म अपना लिया अब सालोदिया बीएसपी की टिकट पर राज्य की जयपुर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। वहीं हाल ही में सरकारी नौकरी से बर्खास्त किए गए पूर्व आईपीएस अफसर पंकज चौधरी भी राज्य की बाड़मेर से बीएसपी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं जबकि उनकी पत्नी मुकुल चौधरी भी जोधपुर से बीएसपी की प्रत्याशी है। दिलचस्प ये है कि मुकुल पंकज चौधरी को जोधपुर से मुख्यमंत्री गहलोत के बेटे वैभव गहलोत के खिलाफ मैदान में उतारा है।

पंकज चौधरी राज्य में तब सुर्खियों में आये थे, जब पिछली गहलोत सरकार में जैसलमेर में एसपी रहते हुए पंकज चौधरी ने तत्कालीन विधायक और मौजूदा कैबिनेट मंत्री सालेह मोहम्मद के पिता गाजी फकीर की हिस्ट्रीशीट खोली थी। उसके बाद पंकज चौधरी का तबादला कर दिया गया। इसके बाद उन्होंने शादीशुदा रहते हुए एक अन्य शादी की थी। जिसका मामला खुलने के बाद सरकार ने केन्द्र सरकार को उनकी बर्खास्ती के लिए पत्र लिखा और दो महीने पहले ही सरकार ने उन्हें बर्खास्त कर दिया है। पिछले दिनों पंकज चौधरी की पत्नी ने राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के खिलाफ भी चुनाव लड़ने का फैसला किया था।