दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले के खानबल के मुनीवार्ड इलाके में बुधवार सुबह हुई मुठभेड़ में सुरक्षा बलों ने दो आतंकियों को मार गिराया। इनकी पहचान हिजबुल मुजाहिदीन के शीर्ष कमांडर अल्ताफ काचरू और उमर रशीद के तौर पर हुई है। अल्ताफ कश्मीर घाटी में 15 साल से सक्रिय था। वह कश्मीर में सबसे लंबे समय से सक्रिय आतंकियों में से एक था।

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने 'माय नेशन' को बताया, 'सेना की एक राष्ट्रीय राइफल्स और सीआरपीएफ ने खानबल के मुनीवार्ड इलाके के बिनपोरा में सुबह करीब 4.45 बजे कॉर्डन एंड सर्च ऑपरेशन चलाया गया। यह सेना, राज्य पुलिस की एसओजी और सीआरपीएफ का संयुक्त अभियान था। दो शीर्ष आतंकी कमांडरों की मौजूदगी की सूचना मिलने के बाद यह ऑपरेशन चलाया गया था।'

जम्मू-कश्मीर के डीजी एसपी वैद ने ट्वीट कर दो आतंकियों के मारे जाने की पुष्टि की है। उन्होंने कहा, 'अनंतनाग मुठभेड़ खत्म हुई। दो आतंकियों की लाशें हथियारों के साथ मुठभेड़स्थल से बरामद कर ली गई हैं। यह सफाई के साथ चलाया गया ऑपरेशन था।'

सुरक्षा बल जब उस संदिग्ध घर के पास पहुंचे, जहां आतंकियों को मौजूद होने की सूचना थी तो सुरक्षा बलों पर गोलीबारी होने लगी। इसके बाद सुरक्षाकर्मियों ने भी जवाबी कार्रवाई की और मुठभेड़ शुरू हो गई। इसमें दोनों आतंकियों को मार गिराया गया। इस बीच, मुठभेड़ स्थल के समी और अनंतनाग एवं कुलगाम जिले के अधिकतर इलाकों में इंटरनेट सेवा को रोक दिया गया। 

पिछले कुछ समय से यह ट्रेंड देखने को मिला है कि सोशल मीडिया पर मुठभेड़ की सूचना मिलने के बाद स्थानीय लोग सड़कों पर आ जाते हैं और सुरक्षा बलों पर पथराव करने लगते हैं। ऐसे में कई बार आतंकी मौके से फरार होने में भी कामयाब रहे हैं।