भारत और यूएई के बीच सामरिक और व्यापारिक संबंध लगातार मजबूत होते जा रहे हैं। हाल के दिनों में कई ऐसी घटनाएं हुई हैं जिन्होंने दोनों देशों के संबंधों के नए दौर की पुष्टि की है। अब यूएई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपने सर्वोच्च सम्मान 'जायद मेडल' नवाजने जा रहा है। खुद यूएई के शहजादे शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान ने इसका ऐलान किया है।

शहजादे जायद ने एक ट्वीट में कहा, 'भारत के साथ हमारे ऐतिहासिक और व्यापक सामरिक संबंध हैं। दोनों देशों के संबंधों को मजबूत बनाने में मेरे प्रिय मित्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों की सराहना करते हुए यूएई के राष्ट्रपति ने उन्हें जायद मेडल से सम्मानित करने का फैसला लिया है।'

यूएई द्वारा यह सम्मान राजाओं, राष्ट्रपतियों और राष्ट्राध्यक्षों को दिया जाने वाला सर्वोच्च सम्मान है। अभी तक रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग को यह सम्मान दिया गया है। 

पीएम मोदी ने इस सम्मान के लिए शहजादे मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान का आभार जताया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि मैं इस सम्मान को पूरी विनम्रता के साथ स्वीकार करता हूं। आपके दूरदर्शी नेतृत्व में हमारे सामरिक संबंध नई ऊंचाइयों तक पहुंचे हैं। यह दोस्ती विश्व में शांति और लोगों की तरक्की में योगदान दे रही है। 

हिंदू मंदिर के लिए दान दी जमीन

शेख बिन जायद यूएई की सेना के डिप्टी सुप्रीम कमांडर हैं। इस सम्मान का ऐलान ऐसे समय में हुआ है जब यूएई में 20 अप्रैल को पहले हिंदू मंदिर की आधारशिला रखी जानी हैं। माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि होंगे। हालांकि अभी इन खबरों की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। साल 2015 में जब पीएम मोदी यूएई की यात्रा पर गए थे तो वहां की सरकार ने हिंदू मंदिर के लिए जमीन आवंटित करने का फैसला किया था। साल 2017 में क्राउन प्रिंस ने अबू धाबी में 13.7 एकड़ जमीन को मंदिर को उपहार में दी।

पीएम मोदी से है करीबी मित्रता

पिछले कुछ समय से भारत और यूएई के संबंधों में काफी गर्माहट आई है। पीएम मोदी और शहजादे जायद की मित्रता किसी से छिपी नहीं है। साल 2017 में वह गणतंत्र दिवस के समारोह में मुख्य अतिथि थे। जब वह इसके लिए भारत आए तो प्रधानमंत्री मोदी ने प्रोटोकॉल तोड़कर अपने 'खास दोस्त' की हवाई अड्डे पर खुद अगवानी की थी। 

यूएई से हुए हैं कई अहम प्रत्यर्पण 

हाल ही में यूएई ने पाकिस्तानी आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी निसार अहमद तांत्रे को भारत को सौंपा है। जैश का यह आतंकी जम्मू-कश्मीर के लेथपोरा स्थित सीआरपीएफ कैंप पर दिसंबर 2017 में हमले का मुख्य साजिशकर्ता है। 30-31 दिसंबर, 2017 की रात हुए इस आतंकी हमले में पांच सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए थे। तब तीनों हमलावरों को मार गिराया गया था। कुछ दिन पहले ही यूएई ने अगस्ता वेस्टलैंड डील में रिश्वतखोरी के आरोपी क्रिश्चियन मिशेल को भी भारत को सौंपा था। इसके बाद इसी मामले के एक अन्य आरोपी को दीपक तलवार को भी भारत को सौंपा गया।। यूएई प्रतिबंधित संगठन इंडियन मुजाहिदीन से जुड़े अब्दुल वाहिद सिद्दिबापा और 1993 मुंबई धमाकों के आरोपी फारूख टकला को भी भारत को सौंप चुका है।