राम मंदिर निर्माण को लेकर गर्म हो रही सियासत के बीच अयोध्या पहुंचे शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने केंद्र में सत्तारूढ़ एनडीए सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अध्यादेश लाने की चुनौती दी है। उन्होंने यहां कहा कि देश और प्रदेश में आज सबसे मजबूत सरकार है। ऐसे में मंदिर का निर्माण कब होगा, इसकी तारीख बतानी चाहिए। ठाकरे ने कहा कि मोदी सरकार संसद में अध्यादेश लाएगी तो शिवसेना पूरी तरह उसका साथ देगी। उन्होंने कहा कि दिन, महीने, साल और पीढियां निकल गईं। राम मंदिर पर अब हिंदू चुप नहीं बैठेगा।

ठाकरे ने यहां कहा, 'मैं राजनीति करने नहीं आया हूं। मैं श्री राम चंद्र का दर्शन करने आया हूं। राम लला और हिंदुत्व को क्या कभी हम भूल सकते हैं।' ठाकरे ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी जब प्रधानमंत्री थे, तब मिली जुली सरकार थी। उस समय यह कार्य कठिन हो सकता था। लेकिन आज की सरकार ताकतवर सरकार है। 'केंद्र में भी और उत्तर प्रदेश में भी... अध्यादेश लाना चाहते हैं लाइए, कानून बनाना चाहते हैं, कानून बनाइए। शिवसेना उसका पूरा समर्थन करेगी।'  उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा, 'मंदिर वहीं बनाएंगे लेकिन तारीख नहीं बताएंगे। पहले बताओ कि मंदिर कब बनाओगे। बाकी बात बाद में होती रहेगी।' 

उन्होंने राम मंदिर निर्माण में विलंब को लेकर केंद्र पर प्रहार करते हुए कहा, 'श्रीराम जन्मभूमि में श्रीराम का मंदिर होना ही चाहिए । आज मैं सोए हुए कुंभकर्ण को जगाने आया हूं। कुंभकर्ण छह महीने सोता था और छह महीने जागता था... आज के कुंभकर्ण पिछले चार साल से सोए हुए हैं।' उन्होंने कहा,  राम मंदिर पर अब हिंदू चुप नहीं बैठेगा। मुझे राम मंदिर का श्रेय नहीं चाहिए। मंदिर बनने पर रामभक्त के रूप में दर्शन करने आऊंगा। अदालत के फैसले से पहले कानून लाए सरकार। जब सब साथ आएंगे तो जल्द मंदिर बनेगा। 

उद्धव ने पीएम मोदी के 56 इंच के सीने पर कटाक्ष किया कि मंदिर बनाने के लिए सीने में दम होना चाहिए, क्योंकि कितने इंच का भी सीना हो, लेकिन अगर मंदिर नहीं बना सकते हो तो सब बेकार है। उन्होंने कहा, 'हर हिंदू चाहता है कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण हो। जो वादा किया, उसे निभाना ही हिंदुत्व है। बहुमत की सरकार होने की बावजूद भी आखिर क्यों राम मंदिर का निर्माण नहीं हो रहा है।'