उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में दो गुटों के बीच हुई मारपीट को सांप्रदायिक रंग देकर माहौल खराब करने की कोशिश की गयी। लेकिन प्रशासन और पुलिस के चौकन्ना रहने के कारण जल्द ही ये मामला खुल गया और जिले में सांप्रदायिक सौहार्द बिगड़ने से बच गया। आज जिले के जिलाधिकारी और एसपी ने एक आरोपी युवक को पत्रकार वार्ता में पेश किया और इस मामले के बारे में पूरी तरह से बताया।

आज जिले के डीएम देवेंद्र और एसपी एमपी वर्मा ने बताया कि इस मामले में कोई भी मारपीट जयश्री राम के नारे लगाने को लेकर नहीं हुई बल्कि दो गुटों के बीच क्रिकेट को खेलने को लेकर हुई। ये मामला शहर कोतवाली के राजकीय इंटर कॉलेज (जीआईसी) मैदान का था। डीएम का कहना है कि खेल के दौरान हुए विवाद के बाद मारपीट हो गई थी।

जिसमें एक पक्ष ने दूसरे पक्ष को बल्ले से पीट दिया। जिसके बाद कुछ लोगों ने इस सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश की और मीडिया में ये प्रचारित कराया कि जय श्रीराम के उदघोष लगाने के लेकर उन्हें मार गया। मुस्लिम संगठन भी जिले में इस मामले को लेकर सक्रिय हो गए। हालांकि जिन बच्चों के साथ मारपीट हुई थी, उन्होंने भी कबूला कि लड़ाई खेलने को लेकर हुई थी। जयश्री राम बोलने को लेकर नहीं।

असल में उन्नाव जिले में गुरुवार दोपहर में दारुल उलूम फैज-ए-आम मदरसे के बच्चे क्रिकेट खेल रहे थे और इसी दौरान उनका दूसरे गुट के साथ खेलने को लेकर विवाद हो गया फिर मारपीट हो गयी। दूसरे गुट के लोगों ने बच्चों को पीट दिया। जिसके बाद वो लोग चले। इन लोगों की पहचान सोशल मीडिया के जरिए की गयी। डीएम और एसपी ने आरोपी को पत्रकार वार्ता में पेश किया। इस मामले में एक आरोपी संकेत भारती को गिरफ्तार किया गाय जबकि तीन आरोपी अभी फरार है।