प्रयागराज। यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा पेपर लीक प्रकरण को कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने मेहनती युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ बताया है। राहुल गांधी ने तो छात्रों की इस न्याय की लड़ाई में साथ देने का वायदा भी किया है। वही सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने सरकार से सवाल पूछा है कि अगर 60 लाख अभ्यर्थियों में से एक लाख अभ्यर्थी पेपर लीक की वजह से 100 प्रतिशत अंक अगर पुलिस भर्ती परीक्षा में पा जाते हैं, तो क्या उत्तर प्रदेश सरकार उन सभी एक लाख युवाओं को नौकरी देगी? 

राहुल गांधी ने कहा, छोटे छोटे कमरो में आशा के सपनो पर छाया निराशा का अंधकार

यूपी पुलिस भर्ती पेपर लीक इस मुद्दे को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी ने जोर शोर से उठाया था। उन्होंने अपने एक्स हैंडल पर 19 फरवरी की रात को ट्वीट किया था कि यूपी पुलिस की परीक्षा में 50 लाख से अधिक मेहनती अभ्यर्थियों की वर्षों की मेहनत पर पेपर लीक प्रकरण में पानी फेर दिया।  

राहुल गांधी ने अपने एक सैंडल पर लिखा कि प्रयागराज के छोटे-छोटे कमरे जहां आशा की रोशनी में बड़े-बड़े सपने देखे जाते थे, वहां अब निराशा का अंधकार है। सरकारी तंत्र और नकल माफिया की मिलीभगत से यूपी में अनगिनत युवाओं का भविष्य बर्बाद हो रहा है। डबल इंजन वाली अहंकारी सत्ता इतनी संवेदनशील है कि टूटे हुए सपनों की दास्तान तक सुनने को तैयार नहीं है। छात्रों के साथ हुए इस अन्याय के विरुद्ध न्याय की इस लड़ाई में मैं उनके साथ हूं। उठो जागो और अपने भविष्य की रक्षा करो।

अखिलेश यादव ने पूछा कि एक लाख अभ्यर्थी अगर 100 प्रतिशत अंक लाए तो क्या सभी को नौकरी देगी सरकार

इसी मुद्दे पर अखिलेश यादव का बयान अदिति यादव नामक हैंडलर ने ट्वीट किया है। जिसमें अखिलेश यादव कह रहे है कि लगभग 60 लाख नौजवानों ने परीक्षा लिखी है और जो खबरें मिल रही है कि पेपर लीक हुआ है। मान लीजिए उसमें 1 लाख बच्चे 100% नंबर पर गए तो क्या सरकार उनको नौकरी देगी?

18 व 19 फरवरी को आयोजित हुई थी परीक्षा
पुलिस भर्ती परीक्षा पेपर लीक प्रकरण में दोनों नेताओं के के बयान के बाद एक्स हैंडलपर परीक्षा कैंसिल करने की मांग शुरू हो गई है। 18 और 19 फरवरी को उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में आयोजित हुई पुलिस भर्ती परीक्षा में पेपर लीक का 18 और 19 फरवरी को उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में आयोजित हुई। पुलिस भर्ती परीक्षा में पेपर लीक हो गया था जिसको लेकर या हंगामा मचा हुआ है। तैयारी करने वाले प्रतियोगी छात्रों ने री एग्जाम करने की मांग शुरू कर दी है इसके लिए एक सैंडल पर बाकायदा ट्रेंड भी चलाया जा रहा है।