UPPSC RO ARO Exam Cancelled: सीएम योगी आदित्यानाथ ने शनिवार को आरओ/एआरओ (समीक्षा अधिकारी/सहायक समीक्षा अधिकारी) एग्जाम निरस्त करने का फैसला लिया है। परीक्षा में कथित रूप से पेपर के सोशल मीडिया पर वायरल होने की शिकायतें थी। शनिवार को समीक्षा बैठक में इस पर निर्णय लिया गया। 6 महीने में दोबारा एग्जाम कराया जाएगा। प्रकरण की जांच एसटीएफ करेगी।

11 फरवरी की दोनों पालियों की परीक्षा निरस्त

आरओ/एआरओ एग्जाम का पेपर लीक होने की शिकायतों पर शासन ने साक्ष्य उपलब्ध कराने के लिए विज्ञप्ति जारी की थी। शासन को प्राप्त साक्ष्यों और आयोग द्वारा उपलब्ध कराई गई रिपोर्ट को देखते हुए सीएम योगी ने यह निर्णय लिया। 11 फरवरी को आयोजित आरओ/एआरओ एग्जाम की दोनों पालियों की परीक्षाएं निरस्त की गई हैं। 6 महीने के अंदर एक बार फिर यह एग्जाम आयोजित किया जाएगा। 

सीएम योगी ने कहा-दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई

सीएम योगी ने शनिवार को आरओ/एआरओ एग्जाम की समीक्षा बैठक के दौरान पूरे मामले की जांच एसटीएफ को सौंपने के निर्देश दिए। साथ ही कहा कि आपराधिक कृत्य में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। एसटीएफ जल्द से जल्द मामले की विवेचना पूरा कर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करे।

क्या है मामला?

आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) ने 11 फरवरी को समीक्षा अधिकारी व सहायक समीक्षा अधिकारी (आरओ/एआरओ) भर्ती प्रारंभिक परीक्षा आयोजित की थी। एग्जाम में 1069725 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। मामले में कंट्रोवर्सी तब हुई। जब एग्जाम का पेपर सोशल मीडिया पर वायरल होने लगें। अभ्यर्थियों ने पेपरलीक का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन भी किया। परीक्षार्थियों का आरोप है कि मूल पेपर एग्जाम के पहले ही लीक हो गया। प्रयागराज में छात्रों का एग्जाम निरस्त करने की मांग को लेकर प्रदर्शन शुरु हो गया। उसी को लेकर अब योगी सरकार ने यह बड़ा फैसला लिया है।

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