आतंकी संगठनों के पनाहगाह पाकिस्तान के खिलाफ वैश्विक दबाव बढ़ता जा रहा है। भारत के आक्रामक रुख के बाद अब अमेरिका ने भी आतंकी संगठनों पर कार्रवाई को लेकर कड़ा रुख अपना लिया है। अमेरिकी सांसदों ने पाकिस्तान से आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए प्रस्ताव पेश किया है। अमेरिकी कांग्रेस में सांसद स्कॉट पेरी ने यह प्रस्ताव पेश किया है। 

अमेरिकी प्रतिनिधि सभा में कांग्रेसी स्कॉट पेरी द्वारा पेश किए गए प्रस्ताव में 14 फरवरी को हुए पुलवामा आतंकी हमले की भी निंदा की गई। इस हमले में सीआरपीएफ के 40 से ज्यादा जवान शहीद हो गए थे। पुलवामा फिदायीन हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद) ने ली थी। इसका सरगना मसूद अजहर पाकिस्तान में है। 

पेंसिलवेनिया के रिपब्लिकन सांसद स्कॉट पेरी ने प्रस्ताव पेश करने के दौरान कहा, बहुत हो गया, अब पाकिस्तानी सरकार को जवाबदेह ठहराने का समय आ गया है। इस क्षेत्र में आतंकियों को जड़ से मिटाने के अमेरिकी प्रयासों के बावजूद पाकिस्तान का आतंकियों और आतंकवादी संगठनों से सहानुभूति रखने का लंबा इतिहास रहा है। 

कांग्रेसी स्कॉट पेरी ने कहा कि आतंकी घटनाओं का खामियाजा निर्दोष लोगों को अपनी जान गंवाकर देना पड़ता है। इस तरह के हमलों को रोकने की बजाय पाकिस्तान कट्टरपंथियों को गले लगाता है। 

भारत लंबे समय से जैश सरगना मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित कराने की कोशिश कर रही है। हालांकि इन कोशिशों में चीन की ओर से लगातार अड़ंगा डाला जा रहा है। अब  संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) में जैश-ए-मोहम्मद के सरगना आतंकी मसूद अजहर को ग्लोबल आतंकी घोषित कराने के  लिए अमेरिका ने मसौदा प्रस्ताव पेश किया है।