उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री एनडी तिवारी के बेटे रोहित शेखर तिवारी का मंगलवार शाम आकस्मिक निधन हो गया। शुरुआती खबरों के मुताबिक, रोहित को उनके हौज खास स्थित निवास पर दिल का दौरा पड़ा। उन्हें तत्काल साकेत मैक्स अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पिछले साल 18 अक्टूबर को नारायण दत्त तिवारी का निधन हुआ था।

दक्षिण दिल्ली के डीसीपी विजय कुमार के मुताबिक, रोहित शेखर को मृत अवस्था में ही मैक्स अस्पताल लाया गया था। वहीं, ज्वाइंट कमिश्नर देवेश श्रीवास्तव के मुताबिक, शेखर की नाक से खून निकल रहा था। घर के नौकर ने शेखर की मां को फोन किया, जो उस वक्त अस्पताल में चेकअप करवाने गई हुई थीं। शेखर की मां अस्पताल से डिफेंस कालोनी घर पहुंची और एम्बुलेंस से मैक्स अस्पताल ले जाया गया। जहां डाक्टरों ने शेखर को मृत घोषित कर दिया। 

लंबी कानूनी लड़ाई के बाद मिला पिता का नाम

2008 में रोहित शेखर ने एनडी तिवारी को अपना 'जैविक पिता' बताते हुए मुकदमा किया। लंबी कानूनी लड़ाई के बाद कोर्ट के निर्देश पर एनडी का डीएनए टेस्ट कराया गया, जो उनके बेटे रोहित से मैच कर गया। 27 जुलाई 2012 को कोर्ट ने डीएनए टेस्ट का रिजल्ट देखने के बाद फैसला रोहित शेखर के पक्ष में दिया। आखिरकार 3 मार्च 2014 को तिवारी ने यह बात मान ही ली की वे रोहित के 'जैविक पिता' हैं। इसके बाद  22 मई 2014 को लखनऊ में नारायण दत्त तिवारी ने रोहित की मां उज्ज्वला शर्मा से विधिवत विवाह किया। इस विवाह के समय उनकी उम्र 89 साल थी। 

39 साल के रोहित शेखर ने पिछले साल 11 मई को इंदौर निवासी अपूर्वा शुक्ला से शादी की। रोहित और अपूर्वा दोनों ही वकील हैं। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट, पूर्व सीएम विजय बहुगुणा, पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार, यूपी की मंत्री रीता बहुगुणा जोशी समेत कई नेता शादी में पहुंचे थे।