लखनऊ। प्रयागराज में 25 जनवरी 2005 को हुई बसपा विधायक राजूपाल हत्याकांड में लखनऊ की CBI कोर्ट ने 29 मार्च को 7 आराेपियों को उम्र कैद की सजा सुनाई। आजीवन कारावास की सजा पाने वालों में माफिया अतीक अहमद के शूटर्स भी शामिल हैं। इस हत्याकांड के प्रमुख सूत्रधार बाहुबली अतीक अहमद और उसके पूर्व  विधायक भाई खालिद अजीम उर्फ मोहम्मद अशरफ की पिछले साल 15 अप्रैल को हत्या हो चुकी है। सीबीआई कोर्ट ने  माफिया अतीक अहमद के 3 शॉर्प शूटर फरहान, आबिद और अब्दुल कवि के अलावा जावेद, इसरार, रंजीत पाल और गुल हसन को उम्रकैद की सजा सुनाई है।

अतीक के अभेद्य किले को राजू पाल ने ढहा दिया 
प्रयागराज की शहर पश्चिमी विधानसभा क्षेत्र में एकछत्र राज करने वाले अतीक अहमद को उसकी ही गैंग के एक अदने से आदमी राजू पाल ने धूल चटा दी थी। साल था 2004 का विधानसभा चुनाव, जिसमें सपा प्रत्याशी मो. अशरफ उर्फ खालिद अजीम के सामने बसपा ने राजू पाल को खड़ा कर दिया। इस चुनाव में राजू पाल ने अशरफ को हराकर अतीक का अभेद्य किला माने जाने वाले शहर पश्चिमी में बसपा का झंडा फहरा दिया था।

चुनावी हार को पचा नहीं पाए माफिया ब्रदर्स 
विधायक राजू पाल की जीत अतीक ब्रदर्स पचा नहीं पा रहे थे। राजू पाल को रास्ते से हटाने के लिए चुनावी रिजल्ट आने के बाद से ही शुरू हो गया था। 25 जनवरी 2005 को दोपह में तीन बजे के करीब राजू पाल स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल के पोस्टमार्टम हाउस से अपने घर नीवां, धूमनगंज जा रहे थे। उसी दौरान सुलेम सराय में जीटी रोड पर उनकी गाड़ियों पर हमला कर दिया गया।

25 जनवरी 2005 को 4 लोगों की हुई थी हत्या 
इस घटना में विधायक राजू पाल के अलावा गनर देवी लाल, संदीप यादव समेत चार लोगों की मौत हो गई। जिससे चौतरफा दहशत फैल् गई थी। इस घटना के बाद खूब बवाल हुआ था। इस घटना में राजू पाल की पत्नी एवं विधायक पूजा पाल ने तब के बाहुबली सांसद अतीक अहमद, उसके भाई अशरफ और अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी। 

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