लैटिन अमेरिकी देश वेनेजुएला का संकट लगातार गहराता जा रहा है।  विपक्षी नेता जुआन गुएदो के देश का शासन अपने हाथ में लेने की कोशिशों के बाद सेना ने बड़ी जवाबी कार्रवाई की है। वेनेजुएला में बड़े रक्तपात की आशंका जताई जा रही है। गुएदो को अमेरिका का समर्थन हासिल है। उधर, सेना विवादों में घिरे राष्ट्रपति निकोलस मादुरो का समर्थन कर रही है। सेना ने तख्तापलट की कोशिश को कुचलना शुरू कर दिया है। 

राजधानी काराकस से आ रही तस्वीरें काफी भयावह हैं। सोशल मीडिया पर प्रदर्शनकारियों द्वारा जारी किए गए  एक वीडियो में वेनजुएलन नेशनल गार्ड के जवान अपनी बख्तरबंद गाड़ियों से प्रदर्शनकारियों को कुचलते नजर आ रहे हैं। राजधानी में कई जगह गोलियों की आवाज सुनी जा सकती है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रदर्शनकारी सेना पर भी हमले कर रहे हैं। 

वीडियो - साभार डेलीमेल।

इससे पहले, वेनेजुएला के विपक्ष के नेता और स्वयंभू कार्यकारी राष्ट्रपति जुआन गुएदो ने दावा किया कि सेना राष्ट्रपति निकोलस मादुरो को सत्ता से बेदखल करने के लिए उनके अभियान में शामिल हो गई है। वेनेजुएला के झंड़े लहराते हुए सैकड़ों लोग काराकास सैन्य अड्डे के समीप एक राजमार्ग पर उमड़े और पुलिस ने उन पर आंसू गैस के गोले दागे। कुछ प्रदर्शनकारियों ने सुरक्षाबलों पर पथराव किया।    

इस बीच, अमेरिका ने गुएदो को पूरा समर्थन दिया। व्हाइट हाउस ने सेना से लोगों की रक्षा करने और देश के ‘वैध संस्थानों’ का समर्थन करने का आह्वान किया।  अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने टि्वटर पर कहा, ‘अमेरिकी सरकार आजादी और लोकतंत्र की तलाश में वेनेजुएला के लोगों का पूरा समर्थन करती है। लोकतंत्र को पराजित नहीं किया जा सकता।’ 

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी ट्वीट कर कहा कि वह वेनेजुएला की स्थिति पर करीबी नजर बनाए हुए हैं।

वहीं, वेनेजुएला सरकार ने कहा कि उसने ‘विश्वासघाती’ सैनिकों के एक छोटे-से समूह द्वारा तख्तापलट की कोशिश को नाकाम कर दिया है। वेनेजुएला के सेना प्रमुख ने देश में संभावित 'रक्तपात' की चेतावनी दी है। जनरल व्लादिमीर पादरिनो ने कहा कि वह हिंसा या रक्तपात के लिए विपक्ष को जिम्मेदार ठहराते हैं। पादरिनो देश के रक्षा मंत्री भी हैं। पादरिनो ने सेना के उच्च कमान को संबोधित करते हुए यह बयान दिया। वह राष्ट्रपति  निकोलस मादुरो के वफादार बताए जाते हैं।

वेनेजुएला के राष्ट्रपति  निकोलस मादुरो।

फोटो - साभार Getty.

विपक्ष के नेता जुआन गुएदो के साथ

अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन, अर्जेंटीना, ब्राजील, चिली, कोलंबिया, कोस्टा रिका, ग्वाटेमाला, होंडूरास, पनामा, पराग्वे, पेरू, कोसोवो, ऑस्ट्रेलिया और ईयू-27।

राष्ट्रपति निकोलस मादुरो के साथ

रूस, बेलारूस, ग्रीस, चीन, ईरान, क्यूबा, मेक्सिको, टर्की, सीरिया, बोलीविया और उरुग्वे।