केन्द्र की मोदी सरकार जल्द देशवासियों के लिए ई-पासपोर्ट जारी करेगी. इससे पासपोर्ट मिलने और बनाने में आने वाली दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ेगा. मोदी सरकार इस पर काफी अरसे से काम कर रही थी. लेकिन कल वाराणसी में पीएम मोदी ने इसकी घोषणा की तो इसके शुरू होने की उम्मीदें बढ़ गयी हैं. इस ई-पासपोर्ट को आप अपने जेब में भी रख सकेंगे और इसे मोबाइल पर भी सेव कर सकेंगे.

केन्द्र सरकार जल्द ही भारतीय नागरिकों को चिप आधारित ई-पासपोर्ट जारी करेगा. इसके लिए सरकार के विभाग युद्धस्तर पर कार्य कर रहे हैं और केंद्रीकृत पासपोर्ट प्रणाली के तहत इस तरह के ई-पासपोर्ट जारी करने की तैयारियां चल रही हैं. पीएम नरेंद्र मोदी ने वाराणसी में प्रवासी भारतीय दिवस के उद्घाटन समारोह में यह बात कही.मोदी ने कहा कि हमारे दूतावास और वाणिज्य दूतावास पासपोर्ट सेवा प्रोजेक्ट से वैश्विक स्तर पर जोड़े जा रहे हैं और पासपोर्ट सेवा से जुड़ा एक केंद्रीकृत प्रणाली इसी आपसे में जोड़ेगी और सरकार चिप आधारित ई-पासपोर्ट के लिए काम कर रही है. मोदी ने कहा कि भारतीय मूल के लोग और विदेश में रहने वाले भारतीय नागरिक के लिए वीजा जारी करने की प्रक्रिया सरल बनाई जाएगी.

क्या है ई-पासपोर्ट

देश में ई पासपोर्ट के लिए तैयारियां चल रही है. अब आपका पासपोर्ट भी नए सुरक्षा फीचर्स से लैस होगा इसे ई-पासपोर्ट कहा जाएगा, जिसमें लोगों की सारी बॉयोमेट्रिक डिटेल्स होगी और ई-वीजा को मंजूरी देने के बाद विदेश मंत्रालय ने करीब सात साल बाद ई-पासपोर्ट जारी करने के लिए अपनी सहमति दे दी है. ई-पासपोर्ट जिसे आप अपने जेब या पर्स में रखेंगे वहीं इसे मोबाइल में भी रखा जा सकेगा. असल में सरकार का मकसद 

पासपोर्ट विभाग में चलने वाले फजीवाड़े को पूरी तरह से खत्म करना है. इसके जरिए देश भर के पासपोर्ट सेवा केंद्रों को दुनिया भर के भारतीय दूतावासों और मिशनों से भी जोड़ने की है. फिलहाल ई-पासपोर्ट निर्माण की जिम्मेदारी नासिक स्थित इंडिया सिक्योरिटी प्रेस (आईएसपी) को सौंपी गई है. ई-पासपोर्ट से कोई भी पासपोर्ट धारक व्यक्ति अपनी जानकारी मोबाइल में सेव कर सकेगा. इससे उसे यात्रा को छोड़कर के कहीं भी अपना पासपोर्ट साथ नहीं ले जाना पड़ेगा.