दो दिन पहले प्रयागराज में राममंदिर निर्माण को लेकर केन्द्र की सरकार पर संघ द्वारा तंज कसने के बाद विश्व हिंदू परिषद ने भी आज केन्द्र की भाजपा सरकार को घेरा है. विहिप ने कहा कि अगर कांग्रेस राम मंदिर के मामले को अपने चुनावी घोषणा में शामिल करती है. विहिप ने कहा कि कांग्रेस यदि हमारे लिए अपने दरवाजे खोलती है और अपने चुनावी घोषणा पत्र में राममंदिर निर्माण को शामिल करती है तो हम उसे समर्थन देने पर विचार करेंगे.

विश्व हिन्दू परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष (कार्याध्यक्ष) आलोक कुमार ने प्रयागराज में चल रहे कुंभ में राममंदिर निर्माण के लिए कानून न बनाने पर बीजेपी सरकार को आड़े हाथों लिया है. दो दिन पहले ही संघ ने भाजपा सरकार को इसके लिए तंज कसा था. संघ के सह सर संघचालक भैय्याजी जोशी ने कहा कहा अगर राममंदिर अभी नहीं बनेगा तो क्या 2025 में राम मंदिर बनेगा. अब संघ के बाद विहिप भी भाजपा के खिलाफ खड़ा हो गया है.

उधर प्रयागराज में कुमार ने कहा कि  हमें लगता था कि, केन्द्र की भाजपा सरकार रामंदिर के लिए कानून बनाएगी, लेकिन अब लगता है भाजपा सरकार इसके पक्ष में नहीं है. जबकि हम लोगों ने संकल्प लिया है कि अयोध्या में राम मंदिर बनाया जाना है है. उन्होंने कहा कि विहिप ने सरकार से इसके लिए आग्रह भी किया था. इसलिए हम दूसरे विकल्पों के साथ संतों के सामने इस मामले को रखेंगे. उन्होंने कहा कि आगामी एक फरवरी को प्रयागराज में होने वाले धर्म संसद में संत ही तय करेंगे कि हमें क्या करना है. 

कुंभ मेला शिविर में मीडिया से बात करते हुए विहिप नेता ने कहा कि हिन्दुत्व और राममंदिर को लेकर जो भी सकारात्मक संकेत देगा, हम उसके साथ जा सकते हैं. उन्होंने कहा कि पहले अपने दरवाजे तो हमारे लिए खोले. कांग्रेस ने तो अपने दरवाजे हमारे लिए बंद कर रखे हैं. कांग्रेस के साथ जाने के लिए पहले कांग्रेस सेवा दल से जुड़ना होता है. यदि कांग्रेस हमारे लिए अपने दरवाजे खोलती है और अपने चुनावी घोषणा पत्र में राममंदिर निर्माण को शामिल करती है तो हम विचार करेंगे.

हालांकि कुमार ने राममंदिर मुद्दे को लटकाने के लिए कांग्रेस पर निशाना साधा उन्होंने कहा कि कोर्ट में लटकाने का पूरा श्रेय कांग्रेस को ही जाता है. सुप्रीम कोर्ट में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं (जो वकील भी हैं) ने पूरा प्रयास किया कि यह मामला और लटके. विहिप नेता ने आक्रामक तेवर दिखते हुए एक सवाल के जबाव में कहा कि चुनाव में वह बीजेपी को ही सपोर्ट करेंगे तो आलोक कुमार ने कहा कि यह संत ही तय करेंगे. हम तो पूरी स्थिति उनके सामने रखेंगे. हालांकि हिन्दुत्व और राममंदिर के बारे में भाजपा के अलावा कोई भी दूसरी पार्टी नहीं सोच रही है.