लखनऊ। उत्‍तर प्रदेश पुलिस के आठ जवानों की बर्बर हत्‍या का मुख्‍य आरोपी विकास दुबे आखिरका पुलिस एनकाउंटर में मारा गया है। हालांकि पुलिस के एनकाउंटर में सवाल उठाने शुरू हो गए हैं। पुलिस का कहना है कि वह विकास को लेकर कानपुर आ रही थी और गाड़ी तेज गति से चल रही थी। बर्रा के पास अचानक रास्‍ते में गाड़ी पलट गई और इसके बाद विकास पुलिस के चंगुल से बचकर भागने की कोशिश में था और उसे पिस्टल छीनकर भागने की कोशिश की। जिसके बाद वह मुठभेड़ में मारा गया है।  पुलिस का कहना है कि एसटीएफ ने विकास से हथियार फेंककर सरेंडर करने को कहा लेकिन वह नहीं माना और पुलिस को मजबूरन एनकाउंटर करना पड़ा।

विकास दूबे के एनकाउंटर को लेकर यूपी पुलिस का कहना है कि कार पटलने के बाद विकास दूबे ने घायल पुलिसवाले की पिस्‍टल छीनी और भागने की कोशिश। लेकिन पुलिस ने उसे सरेंडर करने को कहा। लेकिन वह नहीं माना और पुलिस की फायरिंग में वह घायल हो गया। जिसे बाद में अस्‍पताल पहुंचाया गया और उसे मृत घोषित कर दिया गया।  विकास दूबे कल ही उज्‍जैन के महाकाल मंदिर से गिरफ्तार हुआ था। उसने महाकाल के मंदिर में 250 रुपये की पर्ची कटाई थी और वह महाकाल के दर्शन के लिए पहुंचा। वहां उसे एक गार्ड ने पहचान लिया। वहीं विकास की मां ने कहा कि विकास हर साल सावन के महीने में महाकाल के मंदिर जाता है।

वहीं उज्जैन में पुलिस ने विकास दूबे को गिरफ्तार करने के बाद उससे पूछताछ की। विकास की गिरफ्तारी को लेकर मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह ने यूपी के सीएम से बात की।  इसके बाद यूपी पुलिस उज्जैन पहुंची और उसे गिरफ्तार कर यूपी ला रही थी। इसी बीच पुलिस की गाड़ी पलट गई। जिसके बाद उसने पुलिस से भागने की कोशिश की और पुलिस एनकाउंटर में मारा गया। इससे पहले विकास का साथी भी पुलिस एनकाउंटर में मारा गया था।