जैसे ही साल का सबसे बड़ा इंटरव्यू मीडिया में आया। सभी मीडिया हाउस न्यूज एजेंसी की वेबवसाइट पर विजिट करने लगे। इसके बाद न्यूज एजेंसी की वेबसाइट पर जबरदस्त ट्रैफिक बढ़ने के चलते वह क्रैश हो गई। हालांकि इसकी जानकारी एजेंसी ने अपने ट्विटर हैंडल के जरिए दी। हालांकि बाद में बेवसाइट को ठीक किया गया और यह ठीक हुई और तब जाकर लोग पीएम का इंटरव्यू देख पाये। इसके बाद उनका इंटरव्यू सभी न्यूज चैनल, प्रिंट और मीडिया जगत की सुर्खियां बनी।

असल में समाचार न्यूज एजेंसी एएनआई की संपादक स्मिता प्रकाश ने पीएम नरेन्द्र मोदी का 95 मिनट का इंटरव्यू लिया था और जिसमें उन्होंने विभिन्न मुद्दों पर बातचीत की। प्रकाश को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने करीब डेढ़ घंटे का इंटरव्यू दिया है। यह इस साल का सबसे बड़ा इंटरव्यू था, जो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एएनआई को दिया था। इस इंटरव्यू में प्रकाश ने तमाम सवाल पूछे और पीएम ने उनका खुलकर जबाव दिया। प्रकाश ने राममंदिर के मुद्दे पर जब प्रधानमंत्री से सवाल पूछा तो उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि वह संसद में राम मंदिर को लेकर कोई अध्यादेश नहीं लाएंगे।

क्योंकि ये मामला अभी सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है। लिहाजा जब कोर्ट की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी तो उसके बाद ही भाजपा इस मामले में कोई कदम उठाएगी। इस मुद्दे से जुड़े सवाल पर पीएम मोदी ने कहा कि तीन तलाक और राममंदिर का मामला अलग अलग है। तीन तलाक के मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुना दियाया था और उसके बाद अध्यादेश लाया गया। वहीं सर्जिकल स्ट्राइक पर सबूत मांगने वाले नेताओं के सवाल पर कहा कि यह फैसला काफी जोखिम भरा था। उन्होंने सैनिकों से सूर्योदय से पहले लौटने की अपील की थी।

आरबीआई गवर्नर उर्जित पटेल के इस्तीफे पर उन्होंने कहा कि आरबीआई के पूर्व गवर्नर उर्जित पटेल ने खुद इस्तीफा देने की पेशकश की थी.' उन्होंने आरबीआई गवर्नर के तौर पर अच्छा काम किया। वह पिछले 6-7 महीने से इस्तीफा देना चाह रहे थे। पीएम मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि जो चार पीढ़ियों से देश चला रहे थे, वो आज जमानत पर हैं और परिवार के दरबारी जमानत का सच छुपा रहे हैं।