नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश की राजधानी में हिंदू समाज पार्टी के अध्यक्ष और हिंदू नेता कमलेश तिवारी के हत्याकांड में हालांकि यूपी पुलिस ने खुलासा किया है कि इसमें गुजरात के सूरत में पकड़े गए लोगों को हाथ है। लेकिन इस हत्याकांड में पाकिस्तान कनेक्शन भी है। क्योंकि कमलेश तिवारी को पाकिस्तान से कई बार फोन पर धमकियां दी गई थी और इसकी शिकायत उन्होंने पुलिस से भी की थी। वहीं इस हत्या में शामिल रशीद पठान दुबई से आया है। ये भी हो सकता है कि वह दुबई में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी या फिर पाकिस्तानी आतंकियों के संपर्क में हो।

हालांकि पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि दुबई से लौटे हत्यारे को कहीं पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई ने तैयार नहीं किया था। लेकिन फिलहाल इस मामले में गुजरात एटीएस ने तीन लोगों को और यूपी पुलिस ने दो मौलानाओं को गिरफ्तार किया था। इन मौलानाओं ने कमलेश तिवारी का सिर कलम करने वाले को इनाम देने का ऐलान किया था। फिलहाल सोशल मीडिया में कमलेश का एक विडियो वायरल हो रहा है। जिसमें वह कह रहे हैं कि उन्हें दुबई और पाकिस्तान से जान से मारने की धमकी भरी कॉल आ रही थीं।

फिलहाल जांच में ये खुलासा हुआ है कि इस हत्याकांड की साजिश में शामिल रशीद पठान दुबई में रहता था। लिहाजा ये भी हो सकता है कि वह पाकिस्तान के आतंकी संगठनों और वहां की खुफिया एजेंसियों के संपर्क में हो। फिलहाल इसकी जांच भी पुलिस कर रही है। हालांकि यूपी की कहानी में अभी तक कई पेंच भी हैं। मसलन हत्यारे सूरत से लखनऊ आए और यहां से हत्या कर भाग गए। जबकि उन्हें शहर की कोई जानकारी नहीं थी।

लिहाजा माना जा रहा है कि इस मामले में कहीं कोई स्थानीय नागरिक तो शामिल नहीं था। वहीं जानकारी मिली है कि कमलेश तिवारी की हत्या करने के बाद रशीद पठान ने नागपुर में किसी को कॉल किया था। इसी आधार पर पुलिस टीमें जांच के लिए नागपुर पहुंच गईं हैं और वहां सैयद नाम का व्यक्ति पुलिस की हिरासत में है। 

यूपी पुलिस ने भी बरती कोताही

कमलेश तिवारी हत्या कांड में यूपी पुलिस की कोताही सामने आ रही है। क्योंकि गुजरात एटीएस और इंटेलिजेंस ने भी यूपी पुलिस को जानकारी दी थी कि उनकी जान को खतरा है। इसके बावजूद यूपी पुलिस ने उन्हें उचित सुरक्षा मुहैया नहीं कराई।