बागपत(यूपी)- यहां के छपरौली थाना क्षेत्र के बदरखा गांव में धर्म परिवर्तन का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। इस इलाके के एक मुस्लिम परिवार के 20 लोगों ने आज बड़ौत के एसडीएम को हलफनामा देकर अपनी इच्छा से इस्लाम धर्म को छोड़ कर हिन्दू धर्म अपना लिया है। इसके बाद हिन्दू संगठन के कार्यकर्ता अब पीड़ितों के गांव में हवन यज्ञ कर हिंदू रीति रिवाज के साथ सभी 20 लोगों का नामकरण कराएंगे। धर्म परिवर्तन का यह मामला जब सामने आया, तो जिले के अधिकारियों में हड़कम्प मच गया।

लेकिन इन लोगों ने इस्लाम छोड़ने का फैसला क्यों किया। इसकी वजह बेहद दर्दनाक है।

दरअसल यह परिवार अपने बेटे की मौत से गमजदा था। इस परिवार के मुखिया अख्तर अली अपने परिवार के साथ अपनी एक रिश्तेदारी कोतवाली बागपत क्षेत्र निवाड़ा गांव में रहते थे और उनका बेटे की कपड़ों की दुकान थी।

लेकिन एक दिन उसके घरवालों ने पाया, कि उनका बेटा अपनी ही दुकान में खूंटी पर लटका हुआ था।

यह घटना अब से तीन महीने पहले इसी साल के जुलाई महीने में हुई थी। परिजनों का आरोप है, कि कुछ स्थानीय गुंडों ने इस काम को अंजाम दिया। जो कि मुसलमान ही थे।

लेकिन जब परिवार के लोग पुलिस के पास शिकायत दर्ज करवाने गए तो पुलिस ने उनकी एक न सुनी और हत्या को आत्महत्या में दर्ज कर शव को जबरन दफन करवा दिया। इस मामले की शिकायत पीड़ितों ने जिले के आला अधिकारियों से भी की। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो पाई। इससे नाराज होकर पूरे पीड़ित परिवार ने धर्म परिवर्तन करने का फैसला कर लिया।

अख्तर अली और उनके परिवार का कहना है कि, ‘मुसलमान बने रहकर हम अपने बेटे को न्याय नही दिला सकते क्योंकि जिन दबंगों ने हमारे बेटे की हत्या की है, वह मुसलमान ही हैं’।

हत्यारोपियों का साहस इतना बढ़ा हुआ है, कि वह आए दिन पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी देते रहे है। जिसकी दहशत में पीड़ितों ने अपना गांव छोड़ दिया है। अब उन्हें लगता है, कि उन्हें हिन्दू धर्म मे ही रहकर न्याय मिल सकता है।

इसलिए 20 लोगों को पूरे परिवार ने एक साथ धर्म परिवर्तन कर लिया है।