अमेरिका और ईरान के बीच चली आ रही लड़ाई बढ़ती ही जा रही है। अमेरिका ने ईरान पर नए प्रतिबंध लगा दिए हैं। जिसके बाद ईरान तिलमिला गया है। हालांकि अमेरिका ने कहा कि अगर ईरान चाहे तो बातचीत हो सकती है। लेकिन उधर तेहरान में आज सर्वोच्च धार्मिक नेता आयतुल्ला अली खामेनी ने कहा कि बातचीत की पेशकश पर अमेरिकी राष्ट्रपति झूठ बोल रहे हैं।

खामेनी ने कहा कि अमेरिका ने जिस तरह से ईरान पर प्रतिबंध लगाए हैं। वह उसके मूर्खतापूर्ण और बेकार कदम हैं। देश के राजनेताओं पर प्रतिबंध लगाकर बातचीत के सभी रास्ते बंद कर दिए गए हैं और उसके बावजूद ये कहा जा रहा  कि बातचीत हो सकती है। वहीं ईरान के राष्ट्रपति रूहानी ने कहा कि अमेरिका विदेश मंत्री पर प्रतिबंध लगाता है और फिर बातचीत की पेशकश करता है।

जाहिर है कि अमेरिकी का शीर्ष नेतृत्व झूठ बोल रहा है। उन्होंने कहा कि अमेरिका को इस बात का जवाब देना चाहिए कि उन्होंने ईरान के विदेश मंत्री पर प्रतिबंध क्यों लगाया है। ईरान के राष्ट्रपति रूहानी ने देश के सर्वोच्च नेता आयतुल्ला अली खामेनी पर प्रतिबंध लगाए जाने और उनका नाम काली सूची में डालने पर भी सवाल उठाए।

गौरतलब है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान के शीर्ष नेता खामेनी और शीर्ष सैन्य प्रमुखों के खिलाफ नए प्रतिबंध लगाए हैं। उधर इसी तनातनी के बीच संयुक्त राष्ट्र में ईरान के राजदूत माजिद तख्त रवांची ने कहा है फिलहाल ईरान अमेरिका के साथ बातचीत नहीं करेगा। क्योंकि वह प्रतिबंध की धमकी देता है।

फिलहाल ऐसा माना जा रहा है कि डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति पुतिन जापान के ओसाका शहर में 28-29 जून के बीच आयोजित होने वाले जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान मुलाकात करेंगे और ईरान के हालत पर चर्चा करेंगे। ताकि इस समस्या का समाधान निकाला जा सके। हालांकि अभी तक रूस का रूख साफ नहीं है। लेकिन वह इस मामले में अमेरिका के पक्ष में भी नहीं है।