नई दिल्ली। आमतौर से सार्वजनिक कार्यक्रमों से दूरी बनाने वाली कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी झारखंड में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के शपथ ग्रहण में हिस्सा ले ले सकती हैं। इस समारोह मे कांग्रेस के सभी दिग्गज हिस्सा लेंगे। हेमंत सोरेन राज्य के ग्यारहवें मुख्यमंत्री के  तौर पर रविवार को शपथ लेंगे। इस समारोह में गैरभाजपाई दलों के ज्यादा नेताओं के हिस्सा लेने की संभावना है। लेकिन सबसे चौकाने वाली बात ये है कि सोनिया गांधी ने महाराष्ट्र की ठाकरे सरकार के शपथ ग्रहण समारोह से दूरी बनाकर रखी थी जबकि शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे सोनिया गांधी को न्योता देने के लिए सोनिया गांधी के घर पहुंचे थे।

रांची में रविवार को मोरहाबादी मैदान में सोरेन सरकार का शपथ ग्रहण समारोह होगा। सोरेन राज्य के ग्यारहवें मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेंगे। इस समारोह में कई हस्तियों और देश के दिग्गज राजनेताओं के शामिल होने की उम्मीद की जा रही है। लेकिन आम तौर पर शपथग्रहण समारोह से दूरी बनाने वाली सोनिया गांधी भी इस में हिस्सा ले सकती हैं। जबकि इस महीने महाराष्ट्र की ठाकरे सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में सोनिया गांधी ही नहीं बल्कि गांधी परिवार का कोई सदस्य शामिल नहीं हुआ था।

जिसको लेकर कई तरह के सवाल उठे थे। जबकि राज्य में कांग्रेस शिवसेना सरकार में सहयोगी है। सोरेन के शपथग्रहण में पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा, पी चिदंबरम, सपा प्रमुख अखिलेश यादव, राजद के तेजस्वी यादव, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ ही दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के शामिल होने की उम्मीद की जा रही है।

समारोह में राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश,आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू, टी आर बालू, कनिमोझी भी शामिल होंगे। हालांकि सोरेन की तरफ से बिहार के सीएम नीतीश कुमार को भी न्योता भेजा गया है। लेकिन माना जा रहा है कि नीतीश कुमार विपक्षी दलों के नेताओं के साथ मंच से दूरी बनाकर रखना चाहते हैं। हालांकि दो दिन पहले सोरेन ने कहा था कि वह पीएम नरेन्द्र मोदी और केन्द्रीय गृहमंत्री को भी इस समारोह में शामिल करेंगे। लेकिन अभी तक स बात की जानकारी नहीं मिली है कि उन्होंने पीएम मोदी और अमित शाह को न्योता दिया या नहीं।