समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने यूपी में महागठबंधन से कांग्रेस को बाहर करने के संकेत दिए हैं। वह मध्य प्रदेश में अपने विधायक को मंत्री नहीं बनाए जाने से नाराज थे। 

अखिलेश ने कांग्रेस पर व्यंग्य करते हुए कहा कि उन्‍होंने समाजवादियों का रास्‍ता साफ कर दिया है। अखिलेश अब फिर से गैर बीजेपी-गैर कांग्रेस के अपने पुराने स्टैण्ड पर वापस लौट आए हैं। 

अखिलेश ने यह बयान दिया है कि ‘गैर बीजेपी, गैर कांग्रेस गठबंधन के लिए मेरे प्रयास लगातार जारी रहेंगे’। इससे यह स्पष्ट हो जाता है कि उत्‍तर प्रदेश में अगले चुनाव में बनने वाले गठबंधन में कांग्रेस शामिल नहीं होगी। 
 
अखिलेश यादव ने बताया कि तेलंगाना के मुख्‍यमंत्री के चंद्रशेखर राव क्षेत्रीय दलों को एक साथ लाकर संघीय मोर्चा बनाने की योजना बना रहे हैं। वह इस मुद्दे पर चंद्रशेखर राव से बात करने के लिए उनसे समय लेकर  मिलने के लिए हैदराबाद जाएंगे। 

अखिलेश ने कहा कि देश में महागठबंधन हो इसके लिए पिछले कई महीनों से कोशिशें की जा रही है। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने जाति और धर्म के आधार पर वोट मांगा, लेकिन क्या किया, ये आपके सामने है।  

 अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी पर भी तंज कसते हुए कहा कि सपा की सरकार को बीजेपी ने झूठ बोलकर हटाया, सपने दिखाए। समाजवादियों को न जानें क्या-क्या कहा था।  उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव से पहले समाजवादियों को बीजेपी ने बैकवर्ड समझा और हम उन्‍हें इसके लिए धन्‍यवाद देते हैं।  

मध्य प्रदेश में कांग्रेस की जीत के बाद भी मंत्रिमंडल में समाजवादी पार्टी का विधायक नहीं होने पर उन्होंने कहा कि हम कांग्रेसियों को भी धन्‍यवाद देते हैं जिन्‍होंने मध्‍य प्रदेश में हमारे विधायक को मंत्री नहीं बनाया। हम उनका और भारतीय जनता पार्टी का धन्‍यवाद देते हैं।  कम से कम उन्‍होंने समाजवादियों का रास्‍ता साफ कर दिया।
 
अखिलेश यादव के इस बयान के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि अगले लोकसभा चुनाव में मुकाबला सिर्फ बीजेपी और कांग्रेस के गठबंधन के बीच नहीं रहेगा। बल्कि इस चुनाव में गैर बीजेपी और कांग्रेस दोनों से दूरी रखने वाला तीसरा मोर्चा भी अपनी पूरी ताकत से लड़ेगा।
 
तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव कुछ ऐसा ही राजनीतिक प्रयोग करने की तैयारी कर रहे हैं।