पाकिस्तान की गिरफ्त में आए भारतीय वायुसेना के पायलट विंग कमांडर का देश में अभिनंदन होगा। विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान आज वाघा बार्डर से भारत की सरजमीं पर कदम रखेंगे, जहां भारतीय वायुसेना के साथ ही उनके परिवार के लोग उनका स्वागत करेंगे। ऐसा कहा जा रहा है कि वह दोपहर में एक बजे के करीब भारत की सीमा में पहुंचेगे।

कल ही पाकिस्तान ने शांति पहल और भारत के साथ बातचीत शुरू करने के लिए उन्हें रिहा करने का ऐलान किया था। हालांकि ऐसा कहा जा रहा है कि भारत सरकार के दबाव के बाद पाकिस्तान ने फैसला किया। सुबह ही अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ये इशारा कर दिया था कि गुरुवार को दोनों देशों के बीच चले आ रहे तनाव में कुछ शांति आएगी और खुशखबरी मिलेगी।

अभिनंदन वर्धमान को रिहा करने का फैसला पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने संसद के संयुक्त सत्र में किया। पाकिस्तानी सरकार ने कहा कि दोनों देशों के बीच तनाव में कमी के लिए पाकिस्तान भारत के साथ बातचीत करने को तैयार हैं।  अब बुधवार को पाकिस्तानी वायु सेना द्वारा पकड़े गए भारतीय वायुसेना के पायलट को शांति पहल के तौर पर शुक्रवार को रिहा किया जाएगा।अभिनंदन को लेने के लिए वायुसेना का एक प्रतिनिधिमंडल वाघा बॉर्डर जाएगा। इसके साथ ही विंग कमांडर अभिनंदन के माता -पिता भी उन्हे रिसीव करने के लिए अमृतसर रात को ही चले गए हैं।

उम्मीद की जा रही है कि वह आज दोपहर 1 बजे के बाद बाघा बॉर्डर से भारत में प्रवेश करेंगे। सीमा पर किसी भी खतरे को देखते हुए बाघा बॉर्डर इलाके में बीएसएफ की टीम की सुरक्षा बढ़ा दी गयी है। गौरतलब है कि पाकिस्तान लड़ाकू जहाजों का पीछा करते हुए भारतीय वायुसेना के विंग कमांडर अभिनंदन का विमान पाकिस्तानी सीमा में चला गया था जहां उनका विमान मिग-21 दुर्घटनाग्रस्त हो गया और पाकिस्तानी सेना ने उन्हें अपनी हिरासत में ले लिया था। इसके बाद भारत सरकार की तरफ से पाकिस्तान के ऊपर लगातार अभिनंदन को रिहा करने का दबाव बनाया जा रहा था।

विंग कमांडर अभिनंदन की रिहाई को भारत की बड़ी जीत माना जा रहा है क्योंकि भारत सरकार ने पाकिस्तान को तीस घंटे का समय दिया था। सूत्रों के मुताबिक पीएम नरेन्द्र मोदी ने अभिनंदन को सुरक्षित भारत लाने का जिम्मा राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवल को सौंपा था और उसके बाद डोवल ने दिया. इसके बाद डोवल ने पाकिस्तान पर दबाव बनाने के लिए खास रणनीति तैयार की और उन्होंने अपने अंतराष्ट्रीय साझेदारों से बातचीत की। इसके बाद अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने डोवल से करीब आधा घंटा बातचीत की।