वाराणसी। वाराणसी का दिल कहे जाने वाले गोदौलिया में स्थित संजय गांधी मार्केट को टूटने से बचाने के लिए यहां के दुकानदारों की पत्नियां और परिवार के लोग देर रात सड़क पर उतर आए। असल में स्मार्ट सिटी योजना के तहत यहां पर पार्किंग बनाई जानी है और दुकानों को यहा से हटाया जा रहा है। हालांकि दुकानदारों को दूसरी जगर पर दुकानें आवंटित की जा रही हैं।

असल में दुकानदारों को काफी पहले ही दुकान खाली करने के लिए नोटिस दे दिया गया था। लेकिन दुकानदार दुकानों को खाली नहीं कर रहे थे। लिहाजा दुकानों को तोड़ने के लिए नगर निगम की टीम पुलिस फोर्स के साथ पहुंची। लेकिन दुकानदारों ने परिवार के लोगों के साथ विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया।

हालांकि नगर निगम की टीम ने कुछ दुकानों को तोड़ दिया। लेकिन कुछ दुकानों में ज्यादा सामान होने के कारण उन्हें तोड़ा नहीं दिया। दुकानदारों ने दुकानों को तोड़ने का विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। दुकानदारों ने इसके बदले दुकान की और तय समय बताने को कहा है। हालांकि प्रशासन ने आज शाम तक का समय दिया है। ताकि दुकानदार अपना सामान वहां से निकाल सकें। 

वाराणसी में स्मार्ट सिटी योजना के तहत गोदौलिया में 18 करोड़ की लागत से दो पहिया वाहनों के लिए चार मंजिला पार्किंग प्रस्तावित है। यहां पर पहले से मौजूद टांगा स्टैण्ड तोड़ा जा चुका है। वहीं इससे सटे संजय गांधी मार्केट की 20 दुकानों को भी ध्वस्त किया जाना है।

कुछ दिन पहले दशाश्वमेध थाने पर सीओ और इंस्पेक्टर की मौजूदगी में व्यापारियों की नगर निगम के अफसरों के साथ 3 घंटे तक बातचीत हुई और जिसमें बेनियाबाग मैदान, भदैनी के रत्नाकर पार्क या भारत माता मंदिर के पास दुकान आवंटित करने का प्रस्ताव दिया गया। नगर निगम ने दुकान दारों से कहा कि वह फिलहाल वहां पर दुकानें सजाएं और उन्हें बाद में दुकानें आवंटित कर दी जाएंगी।