बाबा रामदेव के ताजा बयान से सियासी गलियारे में हलचल मची हुई है। लोकसभा चुनाव की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है। उससे ठीक पहले उनके इस बयान के अलग-अलग राजनीतिक मायने खोजे जा रहे हैं।
वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान खुलकर प्रधानमंत्री पद के लिए गुजरात के तत्कालीनी मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की पैरवी करने वाले योग गुरु बाबा रामदेव के ताजा बयान से सियासी गलियारे में हलचल मची हुई है। लोकसभा चुनाव की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है। इस बीच बाबा रामदेव ने एक बड़ा बयान दिया है।
उन्होंने मदुरै में मंगलवार को एक कार्यक्रम के बाद कहा कि देश का अगला प्रधानमंत्री कौन होगा, इसके बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता है। उन्होंने कहा कि इस समय राजनीतिक स्थिति बहुत दुविधापूर्ण है। हम नहीं कह सकते कि अगला प्रधानमंत्री कौन होगा। इतना ही नहीं उन्होंने 2019 के लोकसभा चुनाव में किसी दल को समर्थन को लेकर भी बड़ी बात कही है।
#Correction Ramdev in Madurai: Political situation is very difficult, we can’t say who will be next PM. I’m not focusing on politics, I don’t support or oppose anyone. We don’t aim to make a communal* or Hindu India, we want to make a spiritual India and world. #TamilNadu https://t.co/Fzffj4RWhg
— ANI (@ANI) December 25, 2018
रामदेव ने कहा, 'मैं न तो किसी का समर्थन करता हूं और न किसी के खिलाफ हूं। हमारा लक्ष्य सांप्रदायिक भारत या एक हिंदू भारत बनाने का नहीं है बल्कि हम एक आध्यात्मिक भारत और आध्यात्मिक विश्व बनाना चाहते हैं।'
इससे पहले, बाबा रामदेव ने बॉलिवुड अभिनेता नसीरुद्दीन शाह की ओर से अल्पसंख्यकों की सुरक्षा को लेकर दिए गए बयान पर भी प्रतिक्रिया दी थी। उन्होंने कहा था कि हिंदुस्तान में जितनी सामाजिक सहिष्णुता है, उतनी दुनिया के किसी देश में नहीं है और नसीरुद्दीन शाह को दुनिया घूमकर देख लेनी चाहिए।
उन्होंने हनुमानजी को लेकर राजनेताओं के बयान पर कहा कि वैदिक काल में जन्म के आधार पर जाति व्यवस्था नहीं थी और हनुमानजी को जाति से जोड़ना अपने महापुरुषों का अनादर हैं।
Last Updated Dec 26, 2018, 2:15 PM IST