लोकसभा चुनाव में योगी कैबिनेट के चार मंत्रियों में तीन लोकसभा चुनाव में जीत के करीब पहुंच गए हैं। लेकिन अंबेडकरनगर से चुनाव लड़ रहे सहकारिता मंत्री मुकुट बिहारी वर्मा अपने प्रतिद्वंदी से काफी पीछे हैं। लेकिन अब ये माना जा रहा है कि तीन मंत्रियों की जीत के बाद इनके खाली होने वाले पदों पर जल्द कैबिनेट विस्तार किया जाएगा। कैबिनेट में उन नेताओं को जगह दी जाएगी, जिन्होंने प्रदेश में बीजेपी की जीत में अहम भूमिका निभाई।


राज्य के चार मंत्री रीता बहुगुणा जोशी इलाहाबाद, एसपी बघेल आगरा, सत्यदेव पचौरी कानपुर और मुकुट बिहारी बर्मा अंबेडकरनगर से लोकसभा का चुनाव लड़ रहे हैं। इसमें से सत्यदेव पचौरी, रीता बहुगुणा जोशी और एसपी बघेल अपने विरोधियों से काफी आगे चल रहे हैं। जबकि अंबेडकरनगर में वर्मा गठबंधन के प्रत्याशी से पीछे हैं। हालांकि योगी पहले ही कह चुके हैं कि जीतने वाले मंत्रियों को अहम पद मिलेंगे जबकि हारने वालों को कैबिनेट से बाहर किया जाएगा।

फिलहाल इन मंत्रियों के जीतने के बाद इन्हें मंत्री का पद छोड़ना पड़ेगा। जिनमें नए विधायकों और नेताओं को समायोजित किया जाएगा। ऐसा कहा जा रहा है कि अगले हफ्ते खाली होने वाली सीटों पर नए लोगों को जिम्मेदारी दी जा सकती है। इन खाली होने वाले तीन पदों के साथ ही योगी कैबिनेट में विस्तार किया जाएगा। राज्य सरकार के दो मंत्री फिलहाल दो राज्यों का प्रभार देख रहे हैं। जिसमें असम का प्रभार महेन्द्र सिंह व मध्य प्रदेश का प्रभार स्वतंत्रदेव सिंह के पास है।

इन दोनों राज्यों में पार्टी की जीत का इनाम इन मंत्रियों को मिलेगा। अभी तक असम और मध्य प्रदेश में बीजेपी अच्छा प्रदर्शन कर रही है। मध्य प्रदेश में 27 सीटें जीतने की उम्मीद की जा रही है। उत्तर प्रदेश में सरकार के मंत्रीमंडल में 60 मंत्री हो सकते हैं और अभी योगी कैबिनेट में 46 मंत्री हैं। वहीं अभी तक राज्य में सहयोगी सुभासपा के अध्यक्ष ओपी राजभर को बर्खास्त किए जाने के बाद पद खाली हो गया है।