लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने अयोध्या में बनने वाली मस्जिद के लिए पांच जगहों को चिन्हित किया है। ये जगहें भविष्य को देखते हुए चिन्हित की गई हैं ताकि किसी भी तरह का विवाद न हो। अयोध्या राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद में रामलला के पक्ष में फैसला सुनाए जाने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या में मस्जिद के लिए जमीन आवंटित करने का आदेश दिया था।

सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद योगी सरकार जमीन को चिन्हित करने की तैयारी में जुट गई थी। हालांकि अभी तक अयोध्या में मुस्लिम पक्ष मस्जिद बनाएगा या नहीं इस पर कोई फैसला नहीं हो सका है।  हालांकि मुस्लिम पक्ष में मस्जिद बनाने के लिए अलग अलग राय है। कोर्ट के आदेश के मुताबिक यूपी सरकार को सुन्नी वक्फ बोर्ड को पांच एकड़ भूमि देनी है। हालांकि सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड जमीन को लेकर किसी भी निर्णय की स्थिति में अभी नहीं है।

कोर्ट के फैसले के बाद बोर्ड ने पुनर्विचार याचिका दाखिल की थी। हालांकि योगी सरकार जमीन देने की तैयारी में जुट गई है। इसके लिए प्रस्तावित मस्जिद के लिए पांच स्थलों की पहचान कर ली है। हांलाकि इन जमीनों को पंचकोसी परिक्रमा के दायरे से बाहर है क्योंकि अयोध्या में हर साल लाखों श्रद्धालु पंचकोसी की परिक्रमा करते हैं। जिसको लेकर योगी सरकार ने जमीन को बाहर रखा है ताकि भविष्य में कोई विवाद न हो। हर साल लाखों श्रद्धालु सरयू नदी में डुबकी लगाकर अयोध्या के चारों ओर 15 किलोमीटर की परिक्रमा करते हैं।

योगी सरकार ने अयोध्या-फैजाबाद मार्ग पर, अयोध्या-बस्ती मार्ग पर, अयोध्या-सुल्तानपुर मार्ग पर और अयोध्या-गोरखपुर मार्ग पर चिन्हित किया है जबकि पांचवां स्थान राजमार्ग पर परिक्रमा मार्ग से दूर चिन्हित किया है। फिलहाल योगी सरकार ने जमीन की रिपोर्ट केन्द्र सरकार को भेज दी है और इसके बाद केन्द्र सरकार इस पर फैसला करेगी। फिलहाल हिंदू पक्ष ने भी कोर्ट में मुस्लिमों को पांच एकड़ जमीन न देने के लिए याचिका दाखिल की थी।