लखनऊ में एफएसडीए के एक नामित अधिकारी शैलेंद्र कुमार सिंह ने कहा, "एफएसडीए चाहती है कि प्रसाद को बनाने के दौरान सभी धार्मिक जगहों में स्वच्छता के मानकों का पालन किया जाए।
लखनऊ। द फूड सेफ्टी एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एफएसडीए) या खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने लखनऊ में 'ब्लिसफुल हाइजेनिक ऑफरिंग टू गॉड' (भोग) नाम से परियोजना का शुभारंभ किया है। इसमें यह सुनिश्चित किया जाएगा कि त्यौहारों के इस मौसम में विभिन्न धार्मिक स्थलों पर भक्तों को साफ, सुरक्षित और स्वस्थ 'प्रसाद', 'लंगर', 'भंडारा' और 'भोग' मिले।
आईएएनएस की खबर के मुताबिक लखनऊ में एफएसडीए के एक नामित अधिकारी शैलेंद्र कुमार सिंह ने कहा, "एफएसडीए चाहती है कि प्रसाद को बनाने के दौरान सभी धार्मिक जगहों में स्वच्छता के मानकों का पालन किया जाए। मंदिरों के बाहर प्रसाद की बिक्री करने वाले विक्रेताओं को इन्हें सफाई से बनाए जाने का प्रशिक्षण दिया जाएगा।"
उन्होंने आगे कहा, "पहले चरण में हमने चार मंदिरों का चयन किया है - हनुमान सेतु मंदिर, अलीगंज हनुमान मंदिर, मनकामेश्वर मंदिर, अलीगंज में ही स्थित गुलाचीन मंदिर और साथ ही आशियाना गुरुद्वारा को भी चुना गया है, जहां हमारे कर्मी खाद्य सुरक्षा नियम के तहत प्रसाद और भोग विक्रेताओं को प्रशिक्षित करेंगे। हमारा मकसद खाद्य सामग्री को खरीदने से लेकर उन्हें पकाकर परोसने तक की प्रक्रिया में अच्छे अभ्यासों को लेकर जागरूकता फैलाना है।"
Last Updated Oct 23, 2020, 4:42 PM IST