लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने एक बार फिर समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह को बड़ा झटका दिया है।  राज्य की योगी सरकार के अहम फैसले के बाद अब मुलायम सिंह अपनी पसंदीदा कार में सवारी नहीं कर पाएंगे। क्योंकि मुलायम सिंह की पसंदीदा मर्सिडीज कार में मरम्मत का खर्चा करीब 26 लाख रुपये आ रहा है। लिहाजा योगी सरकार ने इस पर खर्च करने के लिए मना कर दिया है।

पिछले दिनों ही योगी सरकार ने मुलायम सिंह और उनके परिवार से लोहिया ट्रस्ट का बंगला खाली करा लिया था। उससे पहले योगी सरकार ने मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव को मिले सरकार बंगलों को सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद खाली करा दिए थे। अखिलेश के बंगले को लेकर काफी विवाद भी हुआ था और वहां से पानी की टोंटी भी गायब हुई थी।

इसके लिए राज्य संपत्ति विभाग का कहना है कि मुलायम सिंह को मिली सरकारी मर्सिडीज कार  में तकनीकी खामी आ गई है और इसके मरम्मत के लिए 26 लाख रुपयों की जरूरत है। लिहाजा इतनी बढ़ी रकम गाड़ी को सही करने के लिए नहीं किया जा सकता है। इसके लिए संपत्ति विभाग मुलायम सिंह को प्राडो कार आवंटित करने की बात कर रहा है। हालाकि सपा नेताओं को इसमें राजनीति लगती है।

हालांकि पिछले दिनों सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद लोहिया ट्रस्ट को खाली करा दिया गया था। इस ट्रस्ट में मुलायम सिंह और उनके परिवार के लोग काबिज हैं। उधर सपा का कहन है कि राज्य सरकार अपने प्रचार में करोड़ों रुपये पानी की तरह बहा रही है। लेकिन उसके पास सपा नेता की कार के लिए 26 लाख रुपये नहीं है।

गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद बंगला खाली न कराने के लिए मुलायम सिंह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी मिले थे और उनसे उनका बंगला नेता प्रतिपक्ष के नाम आवंटित करने की मांग की थी। लेकिन इसके बाद मुलायम की चिट्ठी मीडिया में लीक हो गई और इस पर मुलायम सिंह की काफी फजीहत हुई थी और इसके बाद मुलायम सिंह को निजी आवास में जाना पड़ा था। हालांकि अब मुलायम सिंह यादव विक्रमादित्य मार्ग पर स्थिति अपने निजी बंगले में आ चुके हैं।