लखनऊ।  उत्तर प्रदेश की मुश्किलें बढ़ गई हैं। क्योंकि अन्य राज्यों से लाए गए मजदूरों में कोरोना संक्रमण के मामले मिले हैं।  पिछले दिनों महाराष्ट्र से  सरकारी बसों में लाए गए सात मजदूरों में कोरोना का संक्रमण पाया गया है। हालांकि इन मजदूरों को पहले से ही क्वारंटिन किया गया है।

राज्य सरकार विभिन्न राज्यों में फंसे राज्य के नागरिकों को ला रही है। राज्य सरकार अभी तक महाराष्ट्र, दिल्ली, हरियाणा और पंजाब से प्रवासियों को ला चुकी है और करीब एक लाख प्रवासियों को अभी वापस लाना बाकी है। लेकिन राज्य सरकार के लिए एक बड़ी मुश्किल बढ़ गई है। क्योंकि राज्य में लाए गए सात मजदूर में कोरोना पॉजिटिव आया है। उत्तर प्रदेश में महाराष्ट्र से लाए गए बस्ती निवासियों को हरैया क्षेत्र के एक सरकारी गेस्ट हाउस में क्वारंटिन किया गया है। जहां आज उनमें कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। 

जिला मजिस्ट्रेट (डीएम) आशुतोष निरंजन के अनुसार, सात मजदूर महाराष्ट्र से झांसी के रास्ते सरकारी बसों में लाए गए थे और उन्हें हरैया क्षेत्र के एक सरकारी गेस्ट हाउस में रखा गया था। अब उनके नमूने पाजिटिव आए हैं। अब इन मजदूरों को एक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में ट्रांसफर कर दिया गया है।  अब बस्ती जिले में कोरोना संक्रमण के कुल 31 मामले हो गए हैं। जबकि अभी तक एक संक्रमित की मौत कोरोना से हुई है जबकि 13 संक्रमितों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।

जिले में वर्तमान कोरोना के 17 सक्रिय मामले हैं।   इसी बीच महाराष्ट्र में फंसे राज्य के प्रवासी मज़दूरों की एक विशेष ट्रेन नासिक से शुरू चली है यह रविवार को लखनऊ पहुँचेगी। हालांकि इन मजदूरों को पहले राज्य सरकार द्वारा बनाए गए क्वारंटिन सेंटर में रखा जाएगा और इसकी जांच की जाएगी और इसके बाद इन्हें इनके घर भेजा जाएगा। पिछले दिनों राज्य सरकार कोटा से हजारों की संख्या में छात्रों को प्रदेश में ला चुकी है। उधर आज प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राज्य सरकार अपने निवासियों की पूरी मदद करेगी।