उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार अयोध्या में सरयू नदी के किनारे भगवान श्रीराम की 251 मीटर ऊंची प्रतिमा लगाएगी। यह प्रतिमा 100 हेक्टेयर जमीन पर लगेगी। इसके लिए योगी आदित्यानाथ की अध्यक्षता में एक ट्रस्ट का गठन किया गया है और जल्द ही ट्रस्टी के नाम तय किए जाएंगे। इसके निर्माण में योगी सरकार गुजरात सरकार से भी मदद लेगी।

हालांकि इससे पहले प्रदेश की योगी सरकार ने अयोध्या में श्रीराम, सीता, लक्ष्मण और हनुमान की प्रतिमा लगाई थी। लेकिन इनकी ऊंचाई ज्यादा नहीं है। लिहाजा अब योगी सरकार ने भगवान श्रीराम की 251 मीटर की विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा लगाने का फैसला किया है। प्रतिमा स्थापित करने के लिए जो ट्रस्ट बनेगा उसमें निर्माण, सिंचाई, ऊर्जा, औद्योगिक विकास और आवास विभाग से एक-एक नोडल अधिकारी भी शामिल किए जाएंगे।

गौरतलब है कि अभी तक न्यू यॉर्क में स्टैच्यू आफ लिबर्टी की ऊंचाई 93 मीटर, मुंबई में निर्माणाधीन डॉ. बीआर आंबेडकर की प्रतिमा की ऊंचाई 137.2 मीटर, गुजरात में सरदार वल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा की ऊंचाई 183 मीटर, चीन में गौतम बुद्ध की प्रतिमा की ऊंचाई 208 मीटर और मुंबई में निर्माणाधीन छत्रपति शिवाजी की प्रतिमा की प्रस्तावित ऊंचाई 212 मीटर है।

लेकिन श्रीराम की प्रतिमा बन जाने के बाद ये विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा बन जाएगी। इसकी ऊंचाई  251 मीटर होगी। अयोध्या में स्थापित हो रही इस प्रतिमा को स्थापित करने के लिए गुजरात सरकार से सहयोग लिया जाएगा। इसका फैसला सीएम योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हाई पॉवर कमिटी की बैठक में लिया गया। बैठक में योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भगवान श्रीराम की प्रतिमा के साथ साथ अयोध्या के समग्र विकास के लिए पूरी योजना तैयार होनी चाहिए।

यही नहीं अयोध्या में भगवान श्रीराम पर आधारित डिजिटल म्यूजियम, इंटरप्रेटेशन सेंटर, लाइब्रेरी, पार्किंग, फूड प्लाजा, लैंडस्केपिंग के साथ साथ पर्यटकों के मूलभूत सुविधाओं को भी विकसित किया जा रहा है। राज्य की योगी सरकार धार्मिक स्थलों को विकसित करने की नीति पर काम कर रही है। इससे पहले योगी सरकार ने मथुरा और काशी को भी विकसित करने का फैसला किया था।