प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भाजपा शासित राज्य और कांग्रेस शासित राज्यों के साथ ही अन्य राज्यों के मुख्यमंत्रियों को कुंभ में आने के लिए न्योता भेजेंगे। इसके लिए योगी ने अपने मंत्रिमंडल के सदस्यों की टीम को विभिन्न राज्यों में वहां के राज्यपाल और मुख्यमंत्रियों को न्योता देने के लिए भेजेगी।
प्रयागराज में 15 जनवरी से होने वाले महाकुंभ के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भाजपा शासित राज्य और कांग्रेस शासित राज्यों के साथ ही अन्य राज्यों के मुख्यमंत्रियों को कुंभ में आने के लिए न्योता भेजेंगे। इसके लिए योगी ने अपने मंत्रिमंडल के सदस्यों की टीम को विभिन्न राज्यों में वहां के राज्यपाल और मुख्यमंत्रियों को न्योता देने के लिए भेजेगी।
असल में योगी सरकार इस महाकुंभ को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रचारित करना चाहती है। ऐसा माना जा रहा है कि इस महाकुंभ में करीब 15 करोड़ श्रद्धालु स्नान करेंगे। अगले महीने 15 जनवरी से शुरू हो रहे महाकुंभ के लिए योगी सरकार ने पिछले साल से ही तैयारियां शुरू कर दी थी। पहली बार कुंभ इतने व्यापक स्तर पर हो रहा है। योगी सरकार ने कुंभ के लिए सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों और राज्यपालों को न्योता भेजने का फैसला किया है।
इससे पहले गुजरात में सरदार बल्लभ भाई पटेल की विशाल मूर्ति के उद्घाटन के लिए वहां के मुख्यमंत्री ने सभी राज्यों के सीएम और राज्यपालों को न्योता भेजा था। इसकी के तर्ज पर योगी सरकार भी सभी राज्यों के सीएम और राज्यपालों को कुंभ के लिए आमंत्रित कर रही है। जनवरी से प्रयागराज में शुरू हो रह कुंभ के महापर्व का न्योता बांटने योगी सरकार के मंत्री अलग-अलग राज्यों में जाएंगे। योगी ने इसके लिए अपने 22 मंत्रियों को नामित किया है। सोमवार को राज्य के स्टांप व रजिस्ट्रेशन मंत्री नंद गोपाल नंदी गोवा से करेंगे। बाकी मंत्रियों ने भी अपने कार्यक्रम तय करने शुरू कर दिए हैं।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कुंभ की तैयारियों के साथ ही इसकी भी कार्ययोजना तैयार की थी कि हर तक प्रदेश तक सरकार की ओर से कुंभ के लिए व्यक्तिगत निमंत्रण जाएगा। इससे पहले योगी दिल्ली दौरे पर मुख्यमंत्री ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलकर कुंभ में आने का न्योता दे चुके हैं। मंत्री जिन राज्यों में जाएंगे वहां के राज्यपाल और मुख्यमंत्री से मुलाकात कर यूपी का निमंत्रण देंगे।
ये हैं मंत्री जो जाएंगे विभिन्न प्रदेशों में न्योता देने। केशव प्रसाद मौर्य-मध्य प्रदेश, दिनेश शर्मा-गुजरात, सूर्य प्रताप शाही- झारखंड, सुरेश खन्ना-महाराष्ट्र, स्वामी प्रसाद मौर्य- पंजाब, सतीश महाना- तेलंगाना और आंध्र प्रदेश, राजेश अग्रवाल-हरियाणा, रीता बहुगुणा जोशी-बिहार, दारा सिंह चौहान-असम, धर्मपाल सिंह-छत्तीसगढ़, एसपी सिंह बघेल-पश्चिम बंगाल, महेंद्र सिंह-मणिपुर व मेघालय, जय प्रताप सिंह-तमिलनाडु, चेतन चौहान-ओडिशा, श्रीकांत शर्मा-राजस्थान, सिद्धार्थनाथ सिंह-कर्नाटक, आशुतोष टंडन-उत्तराखंड, नंद गोपाल नंदी-गोवा, सुरेश राणा-दिल्ली, उपेंद्र तिवारी- हिमाचल प्रदेश, स्वतंत्र देव सिंह-जम्मू व कश्मीर और नीलकंठ तिवारी त्रिपुरा में वहां के मुख्यमंत्री और राज्यपाल को न्योता देंगे।
Last Updated Dec 23, 2018, 1:25 PM IST