लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार अब राज्य के माफियाओं के खिलाफ एक्शन में आ गई है। योगी आदित्यनाथ ने राज्य में अपराधियों और अपराध से जुड़े नेताओं के खिलाफ अभियान छेड़ रखा है। लिहाजा अब योगी सरकार माफिया डॉन और विधायक मुख्तार अंसारी के खिलाफ एक्शन में आ गई है और इसी क्रम में माफिया मुख्तार अंसारी गैंग पर योगी सरकार ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। जिसके बाद माफिया डॉन से जुड़े हुए लोग अपनी जान बचाकर इधर उधऱ भाग रहे हैं।


योगी सरकार के आदेश के बाद मऊ जिला प्रशासन ने मुख्तार अंसारी के सगे भाई और उनके निजी सचिव के साथ ही कई अन्य लोगों के दस शस्त्र लाइसेंस निलंबित कर दिए गए है और इसमें से आठ हथियारों को पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया है। वहीं मुख्तार अंसारी से जुड़ी प्रॉपर्टीज के लिए भी एसडीएम और सीओ ने जांच की रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंप दी है। मुख्तार अंसारी गैंग के खिलाफ तीसरे दिन पुलिस की कार्रवाई जारी है और गैंग के कई ठेकेदारों के सरकारी जमीन पर अवैध कब्जे हटाने और शस्त्र लाइसेंस निरस्त करने के बाद अंसारी के परिवार और उनके करीबियों पर सरकार की टेढ़ी नजर हो गई है। 

जानकारी के मुताबिक सरकार के आदेश के बाद मऊ प्रशासन ने मुख्तार अंसारी के सगे भाई सिगबतुल्लाह अंसारी के तीन शस्त्र , पीए मिसबाहुद्दीन के दो शस्त्र, निजी सचिव जाकिर हुसैन का एक शस्त्र, मुख्तार अंसारी के करीबी विक्रम अग्रहरी का एक शास्त्र, अलाउद्दीन के दो शस्त्र और  अबू फकर का एक लाइसेंस निरस्त कर दिया है। पुलिस मुख्तार के सगे भाई सिगबतुल्लाह अंसारी के आठ शास्त्रों के लाइसेंस को निलंबित कर चुकी है और इन्हें जमा करा चुकी है। वहीं दो दिन पहले पुलिस ने मुख्तार अंसारी के करीबी के अवैध हाट मिक्स प्लांट को ध्वस्त कर दिया था।  इसके साथ ही पुलिस ने छापेमारी कर मुख्तार अंसारी गैंग के फरार तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है। इन पर पुलिस ने इनाम भी रखा था। इसके साथ ही गैंग लीडर सऊद अब्बासी के साथ ही 13 अभियुक्त के खिलाफ मामला दर्ज किया है।