नई दिल्ली। विवादित इस्लामिक धर्मप्रचारक जाकिर नाइक पर मलेशिया ने भाषण देने पर प्रतिबंध लगा दिया है। मलेशिया के सात राज्यों ने नाइक की सभाओं और भाषणों पर रोक लगाते हुए वहां की पुलिस ने उसे तलब किया है। अभी तक इन राज्यों में नाइक के खिलाफ 115 से ज्यादा मुकदमें दर्ज हो चुके हैं। फिलहाल नाइक के विवादित भाषणों के बाद मलेशिया में उसे भारत वापस भेजे जाने की मांग उठने लगी है।

फिलहाल मलेशिया ने जाकिर नाइक के धार्मिक भाषण या सार्वजनिक सभा पर रोक लगा दी है। नाइक के खिलाफ मलेशिया के मेलाका, जोहोर, सेलांगोर, पेनांग, केदाह, पर्लिस और सारावाक राज्यों ने कार्रवाई करते हुए ये रोक लगाई है। यही नहीं अब इस मामले में मलेशिया का गृह मंत्रालय सख्त हो गया है।

नाइक पर इन सात राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने प्रतिबंध लगाया है। नाइक से वहां की पुलिस ने 10 घंटे तक पूछताछ की हालांकि अभी उसे छोड़ दिया गया है।  हालांकि पूछताछ में नाइक ने बचने की सभी तरह की कोशिश की और उसने कहा कि वह तो मलेशिया की तारीफ कर रहा था क्योंकि यहां पर सरकार किस तरह से हिन्दू अल्पसंख्यकों के साथ व्यवहार करती है और उनकी रक्षा करती है।

मैं इसका समझा रहा था और इसका गलत मतलब निकाला गया। फिलहाल नाइक की मलेशिया में जमकर आलोचना हो रही है। मलेशिया के अल्पसंख्यकों के लिए दिए उसके कथित बयान के बाद देश भर में उसके ख़िलाफ़ 115 पुलिस रिपोर्ट दर्ज हो चुकी हैं।

ये दूसरी बार है जब जाकिर नाइक को हिंदुओं एवं चीनियों के खिलाफ कथित नस्ली टिप्पणी की है। इससे पहले भी वह इस तरह की टिप्पणी कर चुका है। फिलहाल इस मामले में मलेशिया का प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद भी नाइक से नाराज हैं। उन्होंने कहा कि नाइक को मलेशिया में राजनीतिक गतिविधियों में शामिल होने की इजाजत नहीं है।

फिलहाल नाइक ने रॉयल मलेशिया पुलिस मुख्यालय, बुकित अमन में जानकर इस मामले में अपने बयान दर्ज कराए हैं। गौरतलब है नाइक 2016 से ही अपने भाषणों से चरमपंथ भड़काने की कोशिश कर रहा है। हालांकि वह भारतीय होने के साथ ही मुस्लिम बहुल मलेशिया का स्थायी निवासी है। अब उसकी विवादित टिप्पणी के बाद उसे भारत वापस भेजे जाने की मांग की जा रही है। a