India vs China News: दुनिया भर की कम्पनियां अपनी सप्लाई चेन का विस्तार चीन से बाहर करने पर जोर दे रही हैं। भारत को उसका सीधा फायदा मिल रहा है। देश की अच्छी मैन्यूफैक्चरिंग पॉलिसी वैश्विक कम्पनियों का ध्यान अपनी तरफ खींच रही हैं। इसीलिए दुनिया भर की दिग्गज कम्पनियां देश में अपना यूनिट लगाने पर विचार कर रही हैं। कुछ जानी मानी कम्पनियों ने तो इसका ऐलान भी कर दिया है। हाल ही में ग्लोबल इन्वेस्टमेंट बैंक नोमुरा की आई रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत तेजी से मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में उभर रहा है, जो जल्द ही दुनिया के बिजनेस वर्ल्ड से चीन का दबदबा खत्म कर सकता है। आइए पांच प्वाइंट में जानते हैं खास बातें।


1. मैन्यूफैक्चरिंग माहौल से बना मजबूत विकल्‍प

भारत सरकार की तरफ से ऑटोमोबाइल, सेमीकंडक्टर, रक्षा, ड्रग और इलेक्ट्रॉनिक्स के लिए अनुकूल मैन्यूफैक्चरिंग माहौल उपलब्ध कराया जा रहा है। इसकी वजह से देश ऐसी कम्पनियों के लिए मजबूत विकल्प के रूप में उभर का सामने आया है, जो चीन के बाहर अपनी सप्लाई चेन स्थापित करना चाहते हैं।

2. 2030 तक 835 अरब डॉलर हो सकता है निर्यात

नोमुरा की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत का निर्यात 2023 में 431 डॉलर था, जो 2030 तक 10 फीसदी सालाना वृद्धि करते हुए 835 अरब डॉलर तक हो सकता है। 

3. इंवेस्टमेंट के लिए भारत पसंदीदा जगह 

रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में समय के साथ निवेशकों को कई अवसर मिल सकते हैं। बस छोटी अवधि के निवेश में सब्र रखना होगा। संयुक्त राष्ट्र की हालिया रिपोर्ट में भी कहा गया है कि इंवेस्टमेंट के लिए भारत एक पंसदीदा जगहर बनकर उभरा है। 

4. गुजरात में 22,500 करोड़ रुपये वाला सेमीकंडक्टर प्लांट

दिग्गज अमेरिकी कम्पनी एप्पल पहले ही भारत में अपने स्मार्टफोन बनाने का ऐलान कर चुकी है। दो से तीन वर्षों में हर साल 5 करोड़ फोन बनाने का लक्ष्य है। फॉक्सकॉन भी देश में मैन्यूफैक्चरिंग से जुड़ी फेसिलिटी के विस्तार पर ध्यान दे रही है। गुजरात में माइक्रोन टेक्नोलॉजी 22,500 करोड़ रुपये की लागत वाला सेमी​कंडक्टर प्लांग लगा रही है। पीएम मोदी 1.25 लाख करोड़ के सेमीकंडक्टर प्लांट का उद्घाटन भी कर चुके हैं।

5. 2026 तक इलेक्ट्रॉनिक्स निर्यात 300 अरब डॉलर 

एक अनुमान के मुताबिक, साल 2026 तक भारत का इलेक्ट्रॉनिक्स निर्यात 300 अरब डॉलर हो सकता है। वैसे भी पिछले 10 साल में मोबाइल निर्यात के मामले में काफी प्रगति देखी गई है। आंकड़ों के अनुसार, 2014 से 2024 तक कुल 3.22 लाख करोड़ रुपये के मोबाइल एक्सपोर्ट किए गए। माना जा रहा है कि 2024 में 1.20 लाख करोड़ रुपये के मोबाइल का निर्यात हो सकता है। 

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