नई दिल्ली। भारत की इंडियन कैपिटल मुंबई ने हुरुन इंडिया रिच लिस्ट 2024 के अनुसार एशिया की अरबपति राजधानी (Billionaire Capital Of Asia) के रूप में अपनी पहचान बना ली है। मुंबई ने इस साल 58 नए अरबपति जोड़े हैं, जिससे अरबपतियों की कुल संख्या 386 हो गई है, जो बीजिंग से अधिक है। यह उपलब्धि मुंबई को एशिया का सबसे धनी शहर बना रही है।

रिच लिस्टर्स का सबसे पसंदीदा शहर कौन?
हुरुन इंडिया रिच लिस्ट (Hurun India Rich List 2024) के अनुसार मुंबई न केवल एशिया की अरबपति राजधानी बन गया है, जिसने बीजिंग को पछाड़ दिया है, बल्कि हुरुन इंडिया रिच लिस्टर्स के लिए भी सबसे पसंदीदा शहर है। इसके बाद नई दिल्ली और हैदराबाद का स्थान आता है।

भारत के टॉप शहरों में मुंबई का क्या है स्थान?
मुंबई के बाद देश की राजधानी नई दिल्ली का स्थान है, जिसमें 18 नए अरबपति शामिल हुए हैं, जिससे इसकी अमीर लिस्ट में कुल 217 लोग शामिल हो गए हैं। इस बीच हैदराबाद ने भी इस वर्ष एक महत्वपूर्ण छलांग लगाई है। अमीर निवासियों की संख्या में पहली बार तीसरे स्थान पर पहुंचकर बेंगलुरु को पीछे छोड़ दिया। 17 नए अरबपतियों की वृद्धि के साथ हैदराबाद में अब कुल 104 लोगों का नाम शामिल हो गया है। बेंगलुरु 100 अमीर व्यक्तियों के साथ चौथे स्थान पर है।

भारत के अन्य प्रमुख शहर कौन से हैं?
चेन्नई (82), कोलकाता (69), अहमदाबाद (67), पुणे (53), सूरत (28) और गुरुग्राम (23) भी शीर्ष 10 में शामिल हैं।

एशिया का अरबपति सेंटर कौन है?
मार्च 2024 में जारी हुरुन ग्लोबल रिच लिस्ट के अनुसार, मुंबई ने बीजिंग को पीछे छोड़ते हुए "एशिया का अरबपति केंद्र" बनकर अपनी जगह पक्की की है। लिस्ट के अनुसार, मुंबई में 92 अरबपति हैं, जो बीजिंग के 91 अरबपतियों से एक अधिक है। इस रिपोर्ट में उल्लेख किया गया था कि मुंबई ने पिछले साल 26 नए अति-धनी व्यक्तियों को जोड़ा है, जिनकी कुल संपत्ति 445 बिलियन डॉलर है, जबकि बीजिंग ने 18 अरबपतियों को खो दिया।

दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाली बिलेनियर कैपिटल हैं मुंबई
पिछली रिपोर्ट के अनुसार मुंबई दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाली अरबपति राजधानी थी, जिसने वर्ष में 26 नए अरबपतियों को जोड़ा और इसे दुनिया और एशिया की अरबपति राजधानी में तीसरे स्थान पर पहुंचाया। नई दिल्ली ने भी पहली बार टॉप 10 में अपनी जगह बनाई। वर्तमान में  मुंबई अरबपतियों की संख्या के मामले में केवल न्यूयॉर्क (119) और लंदन (97) से पीछे है और तीसरे स्थान पर है। मुंबई की इस शानदार प्रगति ने इसे ग्लोबल लेबल पर अरबपतियों के लिए एक मेजर सेंटर बना दिया है और भारत की आर्थिक शक्ति को भी मजबूत किया है।

 


ये भी पढ़ें...
INS अरिघात नेवी का नया ब्रह्मास्त्र: जानें आम सबमरीन से कैसे तेज ? चीन को देगी करारा जवाब, ताकत ऐसी कि...