भारत के यूपीआई (UPI) यानी यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस के कई देश मुरीद हैं। भारत की यह डिजिटल पेमेंट सर्विस अब ग्लोबल हो चली है। पड़ोसी देशों ने इसे तेजी से स्वीकारा है। हाल ही में श्रीलंका और मॉरिशस में यूपीआई की शुरूआत हुई। यह डिजिटल पेमेंट प्लेटफॉर्म दुनिया भर के 7 देशों में लॉन्च किया जा चुका है। जहां लोग आसानी से इसका इस्तेमाल कर रहे हैं और पलक झपकते ही पेमेंट कर पा रहे हैं। विदेशों में यूपीआई को लेकर शानदार अनुभव है। यह डिजिटल पेमेंट प्लेटफॉर्म ईजी यूज की वजह से खूब पसंद किया जा रहा है।

2016 में लॉन्च किया गया था यूपीआई

यूपीआई को देश में साल 2016 में लॉन्च किया गया था। भूटान सबसे पहले इसका उपयोगकर्ता बना। भूटान में यूपीआई की लॉन्चिंग के लिए नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया ने भूटान के रॉयल मौद्रिक प्राधिकरण के साथ करार को अंतिम रूप दिया। फिर साल 2021 में भूटान में यूपीआई सर्विस लॉन्च की गई और वहां लोगों के बीच पंसद की जाने लगी। 

इन देशों में भी लॉन्च हो चुका है UPI

देश के बाहर भूटान में लॉन्च होने के बाद यूपीआई आज दुनिया के 6 और देशो में लॉन्च हो चुका है। उनमें श्रीलंका, फ्रांस, मॉरिशस, संयुक्त अरब अमीरात, नेपाल और सिंगापुर शामिल हैं। यूरोपीय देशों में फ्रांस ऐसा पहला देश है, जहां यूपीआई लॉन्च हुआ। इस ऐप की वजह से लोगों की जिंदगी आसान बनी है। अब छोटे छोटे दुकानदार भी छोटे छोटे पेमेंट यूपीआई से स्वीकार करने लगे हैं। 

UPI क्या है?

यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) ऐसी डिजिटल पेमेंट प्रणाली है, जो रियल टाइम में एक बैंक एकाउंट से दूसरे बैंक एकाउंट में पैसे ट्रांसफर करती है। मोबाइल के माध्यम से चंद सेकेंड में पैसे ट्रांसफर हो जाते हैं। आप क्यूआर कोड स्कैन करके या फिर किसी यूजर के यूपीआई नंबर पर भुगतान कर सकते हैं। यह उसी मोबाइल से संभव है। जिसका नंबर आपके बैंक एकाउंट से लिंक हो। भारत में यूपीआई के लिए भीम ऐप मशहूर है। वैसे पेटीएम, फोन पे, अमेजन पे, गूगल पे समेत कई थर्ड पार्टी ऐप भी मार्केट में मौजूद हैं, जिनका लोग अपनी सुविधानुसार यूज करते हैं।

ये भी पढें-ट्रक चलाते-चलाते कैसे सेलिब्रेटी बन गए राजेश रवानी? कमाई इतनी कि खरीदा नया घर, आनंद महिंद्रा भी फैन...