भारत और अफगानिस्तान के बीच एशिया कप में टाई छूटे मैच में अंपायरों की गलतियों पर अपने विशेष अंदाज में कटाक्ष करते हुए महेंद्र सिंह धोनी ने कहा कि वह इस बारे में टिप्पणी करके जुर्माना नहीं भरना चाहते हैं। 

धोनी और दिनेश कार्तिक को मैदानी अंपायरों - वेस्टइंडीज के ग्रेगरी ब्रेथवेट और बांग्लादेश के अनीसुर रहमान ने पगबाधा आउट दिया। टीवी रीप्ले से हालांकि साफ लग रहा था कि दोनों अवसरों पर गेंद विकेट पर नहीं लग रही थी। 

धोनी को कामचलाऊ ऑफ स्पिनर जावेद अहमदी ने आउट किया और तब लग रहा था कि गेंद स्टंप के ऊपर से जा रही थी। कार्तिक को मोहम्मद नबी की गेंद पर पगबाधा आउट देना तो सबसे बड़ी गलती थी क्योंकि तब गेंद लेग स्टंप से काफी बाहर जा रही थी।

केदार जाधव भी दुर्भाग्यपूर्ण ढंग से रन आउट हुए और भारत 253 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए 252 रन पर आउट हो गया। इस मैच में टीम की अगुवाई कर रहे धोनी ने मैच के बाद कहा, ‘एक दो खिलाड़ी रन आउट हो गए और कुछ अन्य चीजें हैं जिन पर हम बात नहीं कर सकते हैं क्योंकि इसके लिए मैं जुर्माना नहीं भरना चाहता हूं।’ 

अंपायरों के फैसले की सार्वजनिक आलोचना करने पर आईसीसी जुर्माना लगा सकती है और इसलिए धोनी ने टिप्पणी करने में सतर्कता बरती। उन्होंने हालांकि अफगानिस्तान की तारीफ की। 

धोनी ने कहा, ‘अफगानिस्तान के क्रिकेट में बहुत सुधार हुआ है। एशिया कप में जिस तरह से उन्होंने अच्छा प्रदर्शन जारी रखा है वह तारीफेकाबिल है और हमने उनकी क्रिकेट का लुत्फ उठाया। इस टीम ने हर विभाग में सुधार किया है।’ 

धोनी ने कहा, ‘उन्होंने बेहतरीन बल्लेबाजी की। विकेट बाद में धीमा हो गया था लेकिन उन्होंने पूरे मैच में अच्छी गेंदबाजी की और उनका क्षेत्ररक्षण भी अच्छा था।’ 

उन्होंने रोहित शर्मा और शिखर धवन की अनुपस्थिति में पारी का आगाज करने वाले केएल राहुल और अंबाती रायडु की तारीफ की जिन्होंने पहले विकेट के लिये शतकीय साझेदारी की। 

धोनी ने कहा, ‘बल्लेबाजी में हमने बहुत अच्छी शुरुआत की लेकिन खेल आगे बढ़ने के साथ विकेट धीमा होता गया, इसलिए किसी को एक छोर संभाले रखना था। हमें अपने शाट चयन में सुधार करने की जरूरत है। यह अच्छा है कि मैच टाई छूटा लेकिन उन्होंने बहुत अच्छा खेल दिखाया।’ 

उन्होंने कहा, ‘अफगानिस्तान ने बहुत अच्छा खेल दिखाया। इस विकेट पर 250 रन अच्छा स्कोर था। कुछ चीजें हमारे अनुकूल नहीं रही और इसलिए हम हार भी सकते थे इसलिए मैं परिणाम से खुश हूं।’ 

अफगानिस्तान की तरफ से शतक जड़ने वाले मोहम्मद शहजाद हालांकि जीत दर्ज नहीं कर पाने से निराश थे। उन्होंने कहा, ‘मैं बहुत खुश नहीं हूं। हम छह घंटे तक मैदान पर संघर्ष करते रहे और फिर भी हमें अनुकूल परिणाम नहीं मिला लेकिन मैं टीम के प्रदर्शन से खुश हूं। हमें अगले दिन उड़ान पकड़नी है और इसलिए मैंने बेपरवाह होकर बल्लेबाजी करने पर ध्यान दिया। मुझे खुशी है कि मैंने एशिया की सर्वश्रेष्ठ टीम के खिलाफ यह पारी खेली।’ 

मुझे डीआरएस नहीं लेना चाहिए था : राहुल

सलामी बल्लेबाज केएल राहुल ने कहा कि उन्हें खेद है कि उन्होंने अफगानिस्तान के खिलाफ एशिया कप मैच में निर्णय समीक्षा प्रणाली (डीआरएस) का एक मौका गंवा दिया जो महेंद्र सिंह धोनी और दिनेश कार्तिक के विकेट बचा सकता था। धोनी और कार्तिक दोनों को पगबाधा आउट दिया गया और अगर भारत के पास डीआरएस बचा होता तो इन दोनों के खिलाफ अंपायरों को अपने फैसले पलटने पड़ सकते थे। राहुल (60) ने हालांकि भारत का एकमात्र रिव्यू उपयोग कर दिया था जिसमें उन्हें नाकामी मिली थी। राहुल ने मैच के बाद कहा, ‘निश्चित तौर पर लगता है कि मुझे तब डीआरएस नहीं लेना चाहिए था। जब मैं क्रीज पर था तो मुझे लगा कि गेंद बाहर जा रही थी और मैंने तीसरे अंपायर की मदद ले ली।’उन्होंने कहा, ‘कई बार आप बाद में समीक्षा प्रणाली की समीक्षा करते हो और तब लगता है कि आप इसे बाद के खिलाड़ियों के लिए छोड़ सकते थे।’