पुलवामा आतंकी हमले के बाद से पाकिस्तान के खिलाफ भारत में कुछ लोग मुखर होकर प्रतिक्रिया दे रहे हैं। इनमें पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर भी शामिल हैं। इस हमले के बाद गंभीर ने अलग-अलग  तरीके से अपनी बात रखी है। वह सेना के समर्थन में आवाज बुलंद करने वाले क्रिकेटर के रूप में पहचाने जाते हैं। 

पुलवामा घटना के तुरंत बाद गौतम गंभीर ने कहा था, 'हम अलगाववादियों से बात करते हैं, पाकिस्तान से बात करते हैं, लेकिन इस बार बातचीत टेबल पर नहीं बल्की मैदान-ए-जंग में होनी चाहिए। अब बर्दाश्त की करने की सीमा खत्म हो गई है।' गंभीर की इस बात पर कई लोगों ने उनका जमकर समर्थन किया और उनकी 'Enough in enough' वाले ट्वीट को कोट करते हुए आरपार की लड़ाई की समर्थन किया। 

अब गौतम गंभीर ने एक बार फिर ट्वीट किया है। उन्होंने कहा है कि भारतीय सेना ने ये जंग शुरु नहीं की है, लेकिन वो इसे खत्म जरूर करेंगे, और मैं  उनकी भावना के साथ और उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा हूं।'

टीएम इंडिया का पूर्व ओपनर जवानों की जान जाने से बहुत अधिक आहत है। गंभीर ने शनिवार को तंजिया लहजे में ट्वीट किया, 'मेरे पास पाकिस्तान के लिए कुछ न्यूज है। हमें उनका एमएफएन दर्ज जारी रखना चाहिए। सिर्फ एक चीज है कि इस बार हम नागरिक तय करेंगे कि क्या ‘F’ करना है।' 

उन्होंने हुर्रियत नेताओं को दी जा रही सुरक्षा पर भी सवाल उठाया था। उन्होंने एक ट्वीट में कहा था कि हुर्रियत नेताओं की सुरक्षा देने से ज्यादा उनसे सुरक्षित होने की जरूरत है। 

गौतम गंभीर के अलावा भारत के कई वर्तमान और पूर्व क्रिकेटरों ने पुलवामा आतंकी हमले की कड़े शब्दों में निंदा की है। बीसीसीआई सहित क्रिकेटरों ने हमले में शहीद हुए जवानों के परिवार के लोगों की विभन्न तरीकों से मदद करने का भी एलान किया है।

कुछ दिन पहले गंभीर ने कहा था, 'नियति को यही मंजूर था और अगर मैं 12वीं की पढ़ाई करते हुए रणजी ट्रॉफी में नहीं खेला होता तो निश्चित तौर पर एनडीए में जाता क्योंकि वही मेरा पहला प्यार थी और यह अब भी मेरा पहला प्यार है। असल में मुझे जिंदगी में केवल यही खेद है कि मैं सेना में नहीं जा पाया।' 

उन्होंने कहा, 'इसलिए जब मैं क्रिकेट में आया तो मैंने फैसला किया मैं अपने पहले प्यार के प्रति कुछ योगदान दूं। मैंने इस फाउंडेशन की शुरुआत की जो कि शहीदों के बच्चों का ख्याल रखती है।' गंभीर ने कहा कि आने वाले समय में वह अपने फाउंडेशन को विस्तार देंगे। उन्होंने कहा, 'हम अभी 50 बच्चों को प्रायोजित कर रहे हैं। हम यह संख्या बढ़ाकर 100 करने वाले हैं।'