भारत और वेस्टइंडीज के बीच रविवार को कोलकाता में खेले गए टी-20 मैच की शुरुआत मोहम्मद अजहरुद्दीन के घंटा बजाकर करने पर क्रिकेटर गौतम गंभीर ने कड़ी नाराजगी जताई है। उन्होंने ट्वीट कर अपनी नाराजगी का इजहार किया। सात साल तक आईपीएल टीम कोलकाता नाइटराइडर्स का नेतृत्व करने वाले गंभीर ने कहा कि भ्रष्टाचार के आरोपों में फंस चुके अजहर से घंटा बजवाना निराशाजनक है। उन्होंने बीसीसीआई, प्रशासकों की समिति और क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बंगाल (सीएबी) को भी इसमें लपेटा है। 

उन्होंने लिखा,  'भारत आज भले ही ईडन गार्डंस पर जीत गया हो लेकिन मुझे खेद है कि बीसीसीआई, सीओए और सीएबी हार गए। ऐसा लगता है जैसे भ्रष्ट लोगों के खिलाफ नो टोलरेंस नीति रविवार को छुट्टी पर रहती दिखी!' गंभीर ने आगे लिखा, 'मैं जानता हूं कि मोहम्मद अजहरूद्दीन को एचसीए का चुनाव लड़ने की इजाजत मिली थी इसके बावजूद यह हैरानी भरा है... घंटी बज रही है, उम्मीद करता हूं शक्तियां सुन रही होंगी।' 

भारत के लिए 99 टेस्ट, 334 वनडे खेलने वाले अजरुद्दीन पर 2000 में बीसीसीआई ने मैच फिक्सिंग के चलते प्रतिबंध लगा दिया था। 2012 में आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट ने इस बैन को हटा दिया था। वर्ष 2017 में उन्हें हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन (एचसीए) ने यह कहते हुए चुनाव लड़ने की इजाजत नहीं दी कि उनके बैन को लेकर स्पष्टता नहीं हैं। हालांकि बीसीसीआई ने इस साल उन्हें एचसीए चुनाव में हिस्सा लेने की इजाजत दे दी थी। 

हालांकि अभी तक गंभीर के ट्वीट पर सीएबी के अध्यक्ष सौरव गांगुली की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। गंभीर का कोलकाता से खास कनेक्शन रहा है। वह सात साल आईपीएल टीम कोलकाता नाइट राइडर्स के कप्तान रहे हैं। उनकी कप्तानी में केकेआर ने 2012 और 2014 में आईपीएल का खिताब जीता। हालांकि अब वह दिल्ली डेयरडेविल्स का हिस्सा हैं।