रविवार को खेले गए अंतिम ट्वेंटी20 अंतरराष्ट्रीय मैच में आस्ट्रेलिया को दो गेंद रहते छह विकेट से शिकस्त देकर तीन मैचों की श्रृंखला 1-1 से बराबर की। इस तरह से पिछले दस महीने से चला आ रहा अपना अजेय अभियान जारी रखा

सिडनी-- कप्तान विराट कोहली की नाबाद अर्धशतकीय पारी और क्रुनाल पांड्या की करियर की सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी की बदौलत भारत ने अस्ट्रलिया को हरा दिया। रविवार को खेले गए अंतिम ट्वेंटी20 अंतरराष्ट्रीय मैच में आस्ट्रेलिया को दो गेंद रहते छह विकेट से शिकस्त देकर तीन मैचों की श्रृंखला 1-1 से बराबर की। इस तरह से पिछले दस महीने से चला आ रहा अपना अजेय अभियान जारी रखा। 

आस्ट्रेलियाई टीम ने ब्रिसबेन में पहले टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच में डकवर्थ लुईस पद्धति से चार रन से जीत दर्ज की थी जबकि मेलबर्न में दूसरा मैच बारिश की भेंट चढ़ गया था।
पं

ड्या के चार विकेट झटकने से आस्ट्रेलियाई टीम टास जीतकर बल्लेबाजी करते हुए छह विकेट पर 164 रन ही बना सकी। कोहली के नाबाद 61 रन से भारत ने 19.4 ओवर में चार विकेट पर 168 रन बनाकर जीत दर्ज की और अपना अजेय अभियान जारी रखा। 

यह लगातार दसवीं श्रृंखला है जिसमें भारतीय टीम अजेय रही। टीम ने इस बीच दो श्रृंखलायें (दोनों आस्ट्रेलिया) ड्रा कराई जबकि आठ में जीत दर्ज की। कोहली अपनी पारी के दौरान 41 गेंद का सामना करते हुए चार चौके और दो छक्के लगाये जबकि दिनेश कार्तिक भी 22 रन (18 गेंद, एक चौका, एक छक्का) बनाकर नाबाद रहे। 

सलामी बल्लेबाज शिखर धवन (41 रन, 22 गेंद में छह चौके और दो छक्के) और रोहित शर्मा (23 रन, 16 गेंद में एक चौका और दो छक्के) ने टीम को अच्छी शुरूआत दिलाई। दोनों ने पहले विकेट के लिये 67 रन की साझेदारी निभाई, लेकिन वे इसी स्कोर पर पवेलियन लौट गए। मिशेल स्टार्क ने पहले धवन को पगबाधा आउट किया जबकि एडम जम्पा ने अगले ओवर में रोहित की पारी का अंत किया। 

इसके बाद कोहली और लोकेश राहुल (14) क्रीज पर उतरे। राहुल ज्यादा देर क्रीज पर नहीं टिक सके और विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत भी आते ही चलते बने। इस तरह भारत ने अपने अगले दो विकेट 108 रन के स्कोर पर गंवाए। फिर कोहली और कार्तिक ने पांचवें विकेट के लिये 60 रन की अटूट साझेदारी से जीत दिलाई।

इससे पहले भारत के लिये पंड्या की बायें हाथ की स्पिन गेंदबाजी बीच के ओवरों में फायदेमंद साबित हुई क्योंकि इससे पहले मेजबान टीम नौंवे ओवर तक बिना विकेट गंवाये 68 रन बना चुकी थी। पंड्या ने 36 रन देकर चार विकेट चटकाए। वह फिर से थोड़े खर्चीले साबित हुए पर भारत ने उनकी बदौलत सही समय पर विकेट प्राप्त किए। 

एरोन फिंच (28) और डार्सी शार्ट (33) ने सतर्क शुरूआत करायी और फिर जल्द ही रन गति बढ़ा दी क्योंकि भारतीय गेंदबाजों को यहां के हालात में मुश्किल हुई जो ब्रिसबेन और मेलबर्न से काफी अलग थे। 
भुवनेश्वर कुमार (33 रन देकर कोई विकेट नहीं) और खलील अहमद (35 रन देकर कोई विकेट नहीं) महंगे साबित हुए जबकि जसप्रीत बुमराह (38 रन देकर कोई विकेट नहीं) भी रन गति पर लगाम नहीं लगा सके जिससे आस्ट्रेलिया ने पावरप्ले ओवर खत्म होने तक बिना विकेट गंवाये 49 रन जोड़ लिए थे। 

फिंच-शार्ट की भागीदारी ने भारतीय क्षेत्ररक्षकों पर दबाव बनाया जिन्होंने फिर से खराब क्षेत्ररक्षण किया। रोहित शर्मा ने आठवें ओवर के शुरू में पंड्या की गेंद पर फिंच का कैच छोड़ दिया तब यह आस्ट्रेलियाई बल्लेबाज 22 रन पर था। कुलदीप यादव (19 रन देकर एक विकेट) ने फिर पहला झटका दिया, स्वीप करने की कोशिश में फिंच शार्ट फाइन लेग पर कैच आउट हुए। 

इसके बाद आस्ट्रेलियाई मध्यक्रम का चरमराना शुरू किया। ग्लेन मैक्सवेल (13) यादव की गेंद पर डीआरएस के जरिए पगबाधा की अपील से बचे लेकिन शार्ट और बेन मैकडरमोट (शून्य) दसवें ओवर में पंड्या की लगातार गेंद पर पगबाधा आउट हुए। 

लगातार विकेट गिरने से आस्ट्रेलिया की लय बिगड़ गई, जिससे टीम उबर नहीं सकी। पारी के दूसरे हाफ में भी उसने लगातार अंतराल पर विकेट गंवा दिए। क्रिस लिन (13) ने कोशिश की, पर वह 18वें ओवर में रन आउट हो गए।

इस बीच में पंड्या ने मैक्सवेल का विकेट भी झटक लिया जिनका कैच रोहित ने लपका जबकि एलेक्स कैरी (27) का अहम विकेट भी उनके ही खाते में रहा जिन्होंने शुरूआती झटकों के बाद टीम को संभाला था। 
मार्कस स्टोईनिस (15 गेंद में नाबाद 25 रन) ने अंत में आक्रामक पारी खेली और नाथन कूल्टर नाइल (नाबाद 13) के साथ 33 रन की भागीदारी निभाई।