आस्ट्रेलिया 323 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए 291 रन तक ही पहुंच पाया। आस्ट्रेलिया का स्कोर एक समय चार विकेट पर 84 रन था और भारत की जीत चौथे दिन ही तय लग रही थी लेकिन इसके बाद अगले पांच विकेट के लिये 31, 41, 31, 41, 31 के अनुक्रम और आखिरी विकेट के लिये 32 रन की साझेदारी निभाई गई जिससे भारत की जीत का इंतजार बढ़ा।
एडीलेड--भारत और आस्ट्रेलिया के बीच खेले जा रहे 4 टेस्ट मैचों की श्रृंखला में भारत ने एडीलेड में खेले गए पहले मैच में अस्ट्रेलिया को 31 रन से हरा दिया। भारत ने पहला टेस्ट मैच 31 रन से जीतकर चार मैचों की श्रृंखला में 1-0 से बढ़त बनाई। यह पहला अवसर है जबकि भारत ने आस्ट्रेलियाई सरजमीं पर श्रृंखला का पहला टेस्ट जीता।
आस्ट्रेलिया 323 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए 291 रन तक ही पहुंच पाया। आस्ट्रेलिया का स्कोर एक समय चार विकेट पर 84 रन था और भारत की जीत चौथे दिन ही तय लग रही थी लेकिन इसके बाद अगले पांच विकेट के लिये 31, 41, 31, 41, 31 के अनुक्रम और आखिरी विकेट के लिये 32 रन की साझेदारी निभाई गई जिससे भारत की जीत का इंतजार बढ़ा।
भारत की यह आस्ट्रेलिया में कुल छठी जबकि एडिलेड ओवल में दूसरी जीत है। इस मैदान पर भारतीय टीम ने इससे पहले 2003 में जीत दर्ज की थी। भारत ने दस वर्ष बाद आस्ट्रेलिया को उसकी सरजमीं पर हराया।
भारत की जीत के नायक निश्चित तौर पर चेतेश्वर पुजारा रहे जिन्होंने 123 और 71 रन की दो बेहतरीन पारियां खेली। इसके लिये उन्हें मैन आफ द मैच चुना गया। भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए चार विकेट 41 रन पर गंवा दिये और यह पहला अवसर है जबकि वह चोटी के चार विकेट 50 रन के अंदर गंवाने के बावजूद मैच जीतने में सफल रहा।
भारत ने पहली पारी में 250 रन बनाये और आस्ट्रेलिया को 235 रन पर रोक दिया। भारत ने दूसरी पारी में अंतिम पांच विकेट 25 रन के अंदर गंवाने के बावजूद 307 रन बनाकर आस्ट्रेलिया के सामने चुनौतीपूर्ण लक्ष्य रखा था।
विकेटकीपर ऋषभ पंत के लिये भी यह टेस्ट खास रहा। उन्होंने मैच में कुल 11 कैच लेकर इंग्लैंड के जैक रसेल और दक्षिण अफ्रीका के एबी डिविलियर्स के विश्व रिकार्ड की बराबरी की। इस मैच में कुल 35 कैच लिये गये जो कि विश्व रिकार्ड है।
भारतीय गेंदबाजों मोहम्मद शमी 65 रन देकर तीन, जसप्रीत बुमराह 68 रन देकर तीन और रविचंद्रन अश्विन ने 92 रन देकर तीन विकेट लिए, जबकि इशांत शर्मा ने 48 रन देकर एक विकेट लिया।
आस्ट्रेलिया ने मैच के पांचवें दिन सुबह चार विकेट पर 104 रन से पारी आगे बढ़ाई लेकिन ट्रेविस हेड (14) और शान मार्श (60) की साझेदारी केवल 7.4 ओवर तक चली। भारत ने पुरानी कूकाबुरा गेंद से सफलता हासिल करने में देर नहीं लगाई।
हेड सुबह आउट होने वाले पहले बल्लेबाज थे। इशांत के सटीक बाउंसर का उनके पास कोई जवाब नहीं था। गेंद हेड के बल्ले से लगकर हवा में तैरती हुई गली में गयी जहां अजिंक्य रहाणे ने उसे कैच करने में कोई गलती नहीं की।
मार्श सहज होकर खेल रहे थे। उन्होंने 160 गेंदों पर अपना अर्धशतक पूरा किया जो चौथी पारी में उनका पहला पचासा भी है। यह कुल मिलाकर उनका दसवां टेस्ट अर्धशतक है।
बुमराह ने भारत को मार्श का विकेट दिलाया। यह महत्वपूर्ण मोड़ 73वें ओवर में आया जब बाहर की तरफ मूव करती गेंद मार्श के बल्ले का किनारा लेकर पंत के दस्तानों में समा गयी। बुमराह ने इसके बाद कप्तान टिम पेन (41) को गलत टाइमिंग से पुल शाट खेलने की सजा दी। पंत ने दौड़ लगाकर हवा में लहराता कैच लिया जो उनका मैच में दसवां कैच था।
भारतीय पुछल्ले बल्लेबाजों से उलट आस्ट्रेलिया के निचले क्रम के बल्लेबाजों ने गजब का धैर्य और जज्बा दिखाया और भारत को जीत के लिये संघर्ष कराया। आस्ट्रेलिया के आखिरी चार बल्लेबाजों ने 107 रन जोड़े जिसमें नाथन लियोन ने सर्वाधिक नाबाद 38 रन बनाये जबकि पैट कमिन्स (28) ने 121 गेंदों तक एक छोर संभाले रखा।
कमिन्स ने एक छोर संभाले रखने को तरजीह दी। उन्होंने पेन के साथ सातवें विकेट के लिये 31, मिशेल स्टार्क (28) के साथ आठवें विकेट के लिये 41 और फिर लियोन के साथ नौवें विकेट के लिये 31 रन की साझेदारियां की। कमिन्स को इस बीच दो बार डीआरएस से फायदा भी मिला। पंत ने इस बीच शमी की गेंद पर स्टार्क का कैच लेकर विश्व रिकार्ड की बराबरी की। कमिन्स की पारी का अंत आखिर में बुमराह ने किया।
लियोन और जोश हेजलवुड (13) ने हालांकि जल्द ही भारतीयों के माथे पर चिंता की लकीरें खींच दी। मैच रोमांचक मोड़ पर पहुंच रहा था लेकिन एक छोर से लगातार गेंदबाजी करने वाले अश्विन ने आखिर में हेजलवुड को ललचाकर कैच देने के लिये मजबूर किया। इसके साथ ही भारतीय खिलाड़ी और प्रशंसक जीत के जश्न में डूब गये। कोहली दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड और आस्ट्रेलिया में टेस्ट मैच जीतने वाले पहले भारतीय कप्तान बन गये।
Last Updated Dec 10, 2018, 5:02 PM IST