कप्तान विराट कोहली और मध्यक्रम के बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे ने ऑस्ट्रेलिया की कसी हुई गेंदबाजी के सामने धैर्य से खेलते हुए पर्थ टेस्ट में भारत की बड़े स्कोर की संभावनाओं को बरकरार रखा है। एक समय टीम इंडिया ने आठ रन के स्कोर पर अपने दोनों सलामी बल्लेबाजों को खो दिया था लेकिन इसके बाद कप्तान कोहली ने पहले चेतेश्वर पुजारा (24) के साथ 74 और फिर अजिंक्या रहाणे के साथ नाबाद 90 रन की साझेदारी कर पर्थ में किसी तरह का 'अनर्थ' नहीं होने दिया। दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक टीम इंडिया ने तीन विकेट पर 172 रन बना लिए हैं। इससे पहले ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी 326 रन पर सिमट गई। 

भारत ऑस्ट्रेलिया के पहली पारी के स्कोर 326 रन से अभी 154 रन पीछे है। कोहली 82 और रहाणे 51 रन बनाकर नाबाद हैं। इन दोनों ने अब तक चौथे विकेट के लिए 30.4 ओवरों 90 रन जोड़े हैं। भारत ने अपने दोनों सलामी बल्लेबाजों मुरली विजय (0) और केएल राहुल (2) के विकेट जल्दी गंवा दिए। इसके बाद कोहली और चेतेश्वर पुजारा (103 गेंदों पर 24) ने तीसरे विकेट के लिए 74 रन जोड़े। इस बीच इन दोनों ने 33 ओवर खेले और बेहद कड़े दूसरे सत्र में ऑस्ट्रेलियाई की अनुशासित गेंदबाजी का डटकर सामना किया। 

कोहली ने बाद में रहाणे के साथ जिम्मेदारी को आगे बढ़ाया और ऑस्ट्रेलिया को आगे दिन में कोई सफलता नहीं लगने दी। भारत ने धीमी बल्लेबाजी की लेकिन शुरू में दो विकेट गंवाने और आस्ट्रेलिया की बेहतरीन गेंदबाजी के सामने इसे साहसिक प्रदर्शन कहा जाएगा। पिच अब बल्लेबाजी के लिए अधिक उपयुक्त लग रही है और भारत तीसरे दिन इसका फायदा उठा सकता है। 

इससे पहले, मिशेल स्टार्क (42 रन देकर दो विकेट) ने विजय के बल्ले और पैड के बीच से गेंद निकाल विकेट उखाड़ा तो जोश हेजलवुड (50 रन देकर एक विकेट) ने यार्कर पर राहुल की गिल्लियां बिखेरी। राहुल फुललेंथ को खेलने को लेकर गफलत में थे और वह जब तक कुछ समझ पाते तब तक उनका विकेट उड़ चुका था। इसके बाद कोहली और पुजारा ने जिम्मेदारी संभाली। इन दोनों ने रक्षात्मक बल्लेबाजी करके ऑस्ट्रेलियाई आक्रमण को बैकफुट पर भेजा। दूसरे सत्र में आफ स्पिनर नाथन लियोन ने दोनों बल्लेबाजों को काफी दबाव में रखा। हेजलवुड और पैट कमिन्स ने भी इस बीच बेहतरीन गेंदबाजी की। 

यह साझेदारी आखिर में तीसरे सत्र में टूटी जब स्टार्क की लेग साइड की तरफ जाती गेंद पुजारा के बल्ले का हल्का किनारा लेकर विकेटकीपर टिम पेन के दस्तानों में गई। पुजारा का स्थान लेने के लिए आए रहाणे ने तेज शुरुआत की जबकि कोहली ने 109 गेंदों पर अपने टेस्ट करियर का 20वां अर्धशतक पूरा किया। 

रहाणे 92 गेंद का सामना करके 50 रन पर पहुंचे जो उनका 17वां टेस्ट अर्धशतक हैं। उन्होंने अब तक अपनी पारी में 103 गेंदें खेली हैं जिसमें छह चौके और स्टार्क पर अपर कट से लगाया गया छक्का शामिल हैं। कोहली ने 181 गेंदों का सामना करके नौ चौके लगाए हैं। 

इससे पहले ऑस्ट्रेलिया ने सुबह छह विकेट पर 277 रन से आगे खेलना शुरू किया तथा उसके निचले क्रम के बल्लेबाजों ने महत्वपूर्ण 49 रन जोडे़। भारत की तरफ से तेज गेंदबाज इशांत शर्मा ने 41 रन देकर चार विकेट झटके। सुबह कप्तान टिम पेन (38) और कमिन्स (19) ने भारतीय गेंदबाजों को एक घंटे से भी अधिक समय तक विकेट के लिए तरसाए रखा। इन दोनों ने आठवें विकेट के लिए 59 रन जोड़े। इस बीच उन्होंने 100वें ओवर में आस्ट्रेलिया का स्कोर 300 रन के पार पहुंचाया। 

भारत को फिर से बहुत अधिक शार्ट पिच गेंदें करने का खामियाजा भुगतना पड़ा। पहले घंटे में केवल 29 रन बने लेकिन इस बीच कोई विकेट नहीं गिरा। भारत ने इशांत और मोहम्मद शमी (80 रन देकर कोई विकेट नहीं) से सुबह गेंदबाजी की शुरुआत कराई। इसके बाद उमेश यादव (78 रन देकर दो विकेट) ने गेंद थामी जबकि जसप्रीत बुमराह (53 रन देकर दो विकेट) को चौथे गेंदबाज के रूप में गेंदबाजी करने के लिए आए। 

पिच से उछाल के संकेत मिल रहे थे लेकिन भारतीयों ने इसका फायदा उठाने के लिए पर्याप्त फुललेंथ गेंदबाजी नहीं की। आखिर में उमेश ने 105वें ओवर में कमिन्स का आफ स्टंप उखाड़कर भारत को दिन की पहली सफलता दिलाई। इसके दो गेंद बाद बुमराह ने पेन को पगबाधा आउट किया। आस्ट्रेलियाई कप्तान ने डीआरएस लिया लेकिन उन्हें इससे फायदा नहीं मिला। इशांत ने स्टार्क (छह) और हेजलवुड (शून्य) को ऋषभ पंत की मदद से पैवेलियन भेजकर आस्ट्रेलियाई पारी का अंत किया। लियोन (नाबाद नौ) लगातार तीसरी पारी में नाबाद रहे। भारत एडीलेड में पहला टेस्ट मैच 31 रन से जीतकर चार मैचों की श्रृंखला में 1-0 से आगे चल रहा है। (इनपुट भाषा)