पहले मुकाबले में जहां इंग्लिश टीम को भारतीय टीम ने 8 विकेट से मात दी थी तो दूसरे मुकाबले में इंग्लिश टीम ने उतनी ही जबरदस्त वापसी की थी। दूसरे वनडे में इंग्लैंड ने भारत को 86 रनों से हराया था।
इस मैच से पहले टीम इंडिया के लिए दो बातें अहम हैं। दो मुश्किलों से अगर भारत पार पा लेता है, तो उसका सीरीज जीतना भी तय हो जाएगा। भारत के लिए सबसे बड़ी परेशानी तेज गेंदबाजी अटैक रहा है। भुवनेश्वर कुमार और जसप्रीत बुमराह की गैरमौजूदगी में उमेश यादव और सिद्धार्थ कौल कुछ खास कमाल नहीं कर सके हैं।
पहले दोनों मैचों में कौल महंगे साबित हुए हैं और उन्हें एक भी विकेट नहीं मिला है जबकि उमेश को विकेट तो मिला है लेकिन वो भी बेहद खर्चीले साबित हुए हैं।इसके अलावा टीम की एक और सबसे बड़ी दिक्कत मिडिल ऑर्डर बल्लेबाजों का फेल होना है।
भारत के लिए मिडिल ऑर्डर बल्लेबाजों ने पिछले मैच में काफी निराश किया, ऐसे में टीम को इन दो डिपार्टमेंट में काफी काम करने की जरूरत है। तीसरे और आखिरी वनडे में टीम मैनेजमेंट और कप्तान विराट की कोशिश होगी कि तेज गेंदबाज टीम को अच्छी शुरुआत दें।
इंग्लैंड की बात करें तो उसने दूसरे मैच में अपने प्रदर्शन से बता दिया है कि वह बिना किसी तैयारी के नहीं उतरती। पहले मैच में कुलदीप ने छह विकेट लेकर उसकी बल्लेबाजी पर नकेल कसी थी तो दूसरे मैच में इंग्लिश बल्लेबाजों ने कुलदीप के खिलाफ होमवर्क किया और उन पर रन बनाए। ऐसे में इस बात को बल मिलता है कि कुलदीप को जो विकेट मिले वो कहीं इंग्लैंड के बल्लेबाजों की खुद की गलती से तो नहीं मिले।
बहरहाल इंग्लिश दौरे पर गई भारतीय टीम बेहद मज़बूत है, अगर वो अपने नाम के मुताबिक प्रदर्शन करने में सफल रही तो सीरीज टीम इंडिया के नाम होगी।