घरेलू क्रिकेट में बंगाल के लिए खेलने वाले इस खिलाड़ी को हाल के दिनों में बीसीसीआई की तरफ कई सीरीज के लिए घोषित की गई टीमों में जगह नहीं मिली है। बीसीसीआई द्वारा दक्षिण अफ्रीका ए के खिलाफ चार दिवसीय मैच, दिलीप ट्रॉफी और दक्षिण अफ्रीका ए और आस्ट्रेलिया ए के साथ खेले जाने वाली सीरीज के लिए इंडिया-ए और इंडिया-बी टीमों की घोषणा की गई है। किसी भी टीम में जगह नहीं मिल पाने की वजह से मनोज तिवारी काफी निराश हैं और उन्होंने सोशल मीडिया अपना गुस्सा जाहिर किया है।

वेबसाइट ईएसपीएन क्रिकइंफो के मुताबिक मनोज तिवारी ने कहा है कि , "मुझे उम्मीद थी कि इंडिया ए टीम में मुझे चुना जाएगा। जब कोई बेहतरीन परफॉर्म करता है तो उसे इसका ईनाम मिलना चाहिए और पिछले सीजन में मैंने 50 ओवर के टूर्नामेंट में शानदार खेल दिखाया है। मैंने वो रिकॉर्ड बनाया है जो भारतीय क्रिकेट के इतिहास में कोई नहीं बना पाया है"।
2017-18 के घरेलू सीजन में मनोज तिवारी ने 126.70 की औसत से 507 रन बनाए हैं, जो लिस्ट ए में अबतक का सबसे अच्छा प्रदर्शन है। विजय हजारे और देवधर ट्रॉफी में भी मनोज तिवारी का औसत 100 से ज्यादा का रहा है। 
तिवारी ने भारत के लिए 12 वन-डे मैचों 26.09 की औसत से 287 रन बनाए है, जिनमें एक शतक और एक अर्धशतक शामिल है। तिवारी ने 2011 में वेस्टइंडीज के खिलाफ चेन्नई में 126 गेंदों में नाबाद 104 रनों की शानदार पारी खेली थी। मनोज तिवारी ने 3 टी-20 मैचों की एक पारी में 15.00 की औसत से 15 रन बनाए हैं।